
सचिन तेंदुलकर ने ऐसे की अपर कट की खोज, बताई पूरी कहानी
क्या है खबर?
पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने दुनिया के तमाम गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाए हैं।
उनके पास हर प्रकार की गेंदबाजी का जवाब होता था। ऐसे ही बाउंसर्स का जवाब सचिन 'अपर कट' खेलकर दिया करते थे।
अब मास्टर ब्लास्टर ने अपने लोकप्रिय शॉट 'अपर कट' की पूरी कहानी बताई है। सचिन ने खुलासा किया है कि उन्होंने कभी भी इस शॉट का अभ्यास नहीं किया था।
आइए जानते हैं सचिन ने 'अपर कट' को लेकर क्या कहा।
बयान
सचिन ने कभी अपर कट का अभ्यास नहीं किया
जब एक प्रशंसक सचिन ने पूछा कि क्या आपने 'अपर कट' का अभ्यास किया था? इसके जवाब में सचिन ने बताया कि उन्होंने कभी भी इसका अभ्यास नहीं किया, बल्कि यह उनका स्वभाविक शॉट रहा है।
अपर कट
क्या होता है 'अपर कट'?
अपर कट हवा में खेला गया वह शॉट होता है, जो ज्यादातर विकेटकीपर या स्लिप फील्डर के ऊपर से खेला जाता है।
बल्लेबाज बाउंसर पर गेंद के नीचे आकर थर्ड मैन की दिशा में रन बटोरने में इसका प्रयोग करते हैं।
यूँ तो सचिन अपने इस लोकप्रिय शॉट को साल 2000 से ही खेलते रहें हैं, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (2007/08) में उन्होंने इसका विशेष तौर पर इस्तेमाल किया था।
जानकारी
मॉडर्न क्रिकेट में अधिक प्रचलित है 'अपर कट'
सचिन की देखा-देखी और खिलाड़ियों ने भी यह शॉट खेलना शुरू कर दिया। टी-20 क्रिकेट की शुरुआत के साथ ही यह और अधिक प्रचलित हो गया। जो बल्लेबाज बाउंसर पर हुक या पुल नहीं कर पाते हैं, उनके लिए यह शॉट उपयुक्त माना जाता है।
दक्षिण अफ्रीका
सचिन ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका में खेला था यह शॉट
मास्टर ब्लास्टर ने '100 MB' के यूट्यूब वीडियो में अपर कट को लेकर बताया कि यह 2002 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ था, जब हम ब्लोम्फोनटेन में एक टेस्ट खेल रहे थे।
उन्होंने आगे कहा, "दक्षिण अफ्रीका की पिच काफी उछाल भरी होती है। आमतौर पर बाउंसर्स को आप गेंद के ऊपर जाकर खेलते हैं, लेकिन अगर गेंद आपकी लंबाई से ज्यादा उछाल लेती है तो क्यों न उसके नीचे रहकर भी आक्रामक हुआ जाए।"
डाटा
गेंद की गति का इस्तेमाल करते थे सचिन तेंदुलकर
अपर कट को लेकर सचिन ने कहा, "मैंने यही सोचा था कि गेंद पर ऊपर चढ़ने और उसे जमीन पर खेलने की बजाए उसके नीचे आकर, गेंद की गति का इस्तेमाल करते हुए उसे थर्डमैन बाउंड्री की तरफ खेला जाए।"
बयान
अपर कट ने गेंदबाजों को परेशान किया है- सचिन
तेंदुलकर ने यह भी बताया कि कैसे इस शॉट से उन्होंने गेंदबाजों की लय में खलल डालना शुरू कर दिया।
तेंदुलकर ने आगे कहा, "इस शॉट ने कई तेज गेंदबाजों को परेशान किया क्योंकि वे बाउंसर्स फेंककर डॉट बॉल फेंक देते हैं, लेकिन मैंने उन उछाल लेती हुई गेंदों को बाउंड्रीज में तब्दील कर दिया। मैंने वास्तव में कुछ भी अलग से प्लान नहीं किया। कभी-कभी आपको सिर्फ अपना स्वाभाविक खेल खेलना होता है।"