सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बैट बनाने वाली कंपनी पर दायर किया मुकदमा, जानें क्यों?
क्रिकेट जगत में क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर ने एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बैट बनाने वाली कंपनी पर सिविल मुकदमा दायर किया है। दरअसल, सचिन का आरोप है कि क्रिकेट बैट बनाने वाली ऑस्ट्रेलियन कंपनी ने उत्पाद बढ़ाने के लिए उनके नाम और छवि का उपयोग किया है। साथ ही कंपनी ने उन्हें रॉयल्टी के रूप में लगभग 14 करोड़ रुपये का भुगतान भी नहीं किया। आइये जानते हैं कि क्या है पूरा मामला।
स्पार्टन स्पोर्ट्स इंटरनेशनल कंपनी का है मामला
सचिन ने बताया सिडनी में स्थित स्पार्टन स्पोर्ट्स इंटरनेशनल ने अपने प्रचार के लिए उनके नाम और छवि का इस्तेमाल किया। जबकि 2016 में ही करार हुआ था कि वे सचिन को इसके लिए लगभग सात करोड़ रुपये प्रतिवर्ष देंगे। जिसके बदले कंपनी सचिन के नाम से अपने प्रोडक्ट्स बेचेगी। कंपनी 'Sachin by Spartan' के नाम से अपने प्रोडक्ट्स बेचती रही, लेकिन सचिन को उनका भुगतान नहीं दिया। सचिन ने लंदन और मुंबई में कंपनी का प्रचार भी किया था।
सचिन को भुगतान करने में फेल रही कंपनी
सचिन ने बताया कि कंपनी उन्हें भुगतान करने में विफल रही। जिसके बाद उन्होंने भुगतान के लिए कंपनी से औपचारिक अनुरोध किया। लेकिन जब कंपनी की तरफ से कोई नहीं आया तो उन्होंने समझौते को समाप्त कर दिया और कंपनी से कहा कि वो उनके नाम का इस्तेमाल न करे। फिर भी स्पार्टन कंपनी ने दस्तावेजों पर सचिन के नाम का इस्तेमाल जारी रखा। बता दें कि कंपनी का कोई कानूनी प्रतिनिधि फेडरल कोर्ट की वेबसाइट पर सूचीबद्ध नहीं था।
ऑस्ट्रेलिया ने 2012 में सचिन को बनाया था 'ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया' का मानद सदस्य
तेंदुलकर, गिल्बर्ट + टोबिन का प्रतिनिधित्व करने वाली कानूनी फर्म ने टिप्पणी से इनकार कर दिया। तेंदुलकर के सिविल दावे ने ऑस्ट्रेलियाई स्पार्टन स्पोर्ट्स इंटरनेशनल पर अनुबंध के उल्लंघन का आरोप लगाया है। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग 34,000 रन और 100 शतक बनाने वाले सचिन तेंदुलकर को ऑस्ट्रेलिया ने 2012 में ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया का मानद सदस्य बनाया था, जो देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक है।