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हार से निराश होकर गीता-बबीता फोगाट की ममेरी बहन रितिका ने की आत्महत्या

हार से निराश होकर गीता-बबीता फोगाट की ममेरी बहन रितिका ने की आत्महत्या

Mar 18, 2021
10:44 am

क्या है खबर?

रेसलिंग जगत से दुखद खबर सामने आई है। 17 वर्षीय महिला रेसलर रितिका फोगाट ने आत्महत्या कर ली है। बता दें रितिका मशहूर रेसलर गीता और बबिता फोगाट की ममेरी बहन है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रितिका को रविवार को भरतपुर में एक हुए एक रेसलिंग टूर्नामेंट के फाइनल में हार झेलनी पड़ी थी, जिसका सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर सकी और उन्होंने आत्महत्या कर ली। आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।

जानकारी

एक अंक से फाइनल में हारी थी रितिका

प्रसिद्ध फोगट परिवार से संबंध रखने वाली रितिका राज्य स्तरीय सब-जूनियर कुश्ती टूर्नामेंट खेल रही थी। इस प्रतियोगिता में महिलाओं का फाइनल मुकालबा 14 मार्च खेला गया, जिसमें रितिका को एक अंक से हार का सामना करना पड़ा था।​ इसके बाद से वह सदमें में चली गई और उन्होंने आत्महत्या कर ली। रिपोर्ट्स के अनुसार द्रोणाचार्य अवॉर्ड जीतने वाले महावीर फोगाट भी उस टूर्नामेंट में मौजूद थे।

आत्महत्या

रितिका ने दुपट्टे से फांसी लगा ली

15 मार्च, सोमवार रात को रितिका ने पंखे में अपना दुपट्टा डालकर फांसी लगा ली। रितिका के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों को सौंप दिया गया था, जबकि पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है। मृतका का अंतिम संस्‍कार उनके पैतृक गांव राजस्‍थान के झुंझुनूं जिले के जैतपुर में मंगलवार को किया गया। बता दें रितिका महावीर फोगाट की देखरेख में ही रेसलिंग किया करती थी।

ट्विटर पोस्ट

जनरल वीके सिंह ने भी किया इस बारे में ट्वीट

फोगाट परिवार

कुश्ती में प्रसिद्ध है फोगाट परिवार

गीता ने 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती में पहला स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा था। वह ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला पहलवान भी हैं। उनकी बहन बबीता ने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं रितु फोगाट कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण जीत चुकी हैं और इस समय MMA फाइटर हैं। गीता की चचेरी बहन विनेश फोगाट राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली महिला रेसलर हैं।

व्यक्तिगत

खिलाड़ियों को मानसिक स्वास्थ्य का भी रखा जाना चाहिए ख्याल

आज के इस दौर में खिलाड़ी तनाव में आकर के ऐसे दुखद कदम उठा लेते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों को मानसिक तनाव से उबरने के लिए भी विशेष ट्रेनिंग दी जानी की आवश्यकता है।