ऋषभ पंत या संजू सैमसन: श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में कौन होगा पहली पसंद?
भारतीय क्रिकेट टीम और श्रीलंका के बीच टी-20 सीरीज का आगाज 26 अगस्त से होने वला है। सीरीज के लिए भारतीय टीम ने 2 विकेटकीपर बल्लेबाज का चुनाव किया है। ये खिलाड़ी ऋषभ पंत और संजू सैमसन हैं। टी-20 विश्व कप 2024 में पंत को सभी मुकाबलों में मौका मिला था। इसके बाद जिम्बाब्वे सीरीज में संजू खेलते हुए नजर आए थे। ऐसे में आइए आंकड़ों की मदद से जानते हैं कि श्रीलंका की सीरीज में किसका पलड़ा भारी है।
कैसा रहा है दोनों का टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर?
पंत ने अब तक 74 टी-20 मुकाबले खेले हैं। इसकी 64 पारियों में 22.70 की औसत और 126.55 की स्ट्राइक रेट से 1,158 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 3 अर्धशतक निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 65* रन रहा है। सैमसन की बात करें तो उन्होंने 28 मैच की 24 पारियों में 21.14 की औसत और 133.33 की स्ट्राइक रेट से 444 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 2 अर्धशतक निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 77 रन रहा है।
श्रीलंका के खिलाफ कैसे रहे हैं दोनों के आंकड़े?
श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ दोनों खिलाड़ियों का बल्लेबाजी रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। पंत ने 4 टी-20 मुकाबले खेले हैं और इसकी 3 पारियों में 20.50 की औसत से सिर्फ 41 रन बनाए हैं। उनकी स्ट्राइक रेट 110.81 की रही है। सैमसन की बात करें तो उन्होंने 8 मैच की 7 पारियों में 14.57 की बेहद खराब औसत के साथ सिर्फ 102 रन बनाए हैं। उनकी स्ट्राइक रेट 125.92 की रही है। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 39 रन है।
टी-20 क्रिकेट में कैसा रहा है दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन?
टी-20 क्रिकेट में पंत ने 200 मुकाबले खेले हैं। इसकी 189 पारियों में 4,971 रन बनाए हैं। उनकी औसत 31.66 की रही है। उन्होंने 145.05 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है। उनके बल्ले से 2 शतक और 25 अर्धशतक निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 128* रन है। सैमसन ने 273 टी-20 की 263 पारियों में 29.39 की औसत से 6,791 रन बनाए हैं। उनके बल्ले से 3 शतक और 46 अर्धशतक निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 119 रन है।
पंत का पलड़ा है भारी
सैमसन के मुकाबले पंत का पलड़ा भारी रहने वाला है। टी-20 विश्व कप 2024 में टीम प्रबंधन ने उनपर काफी भरोसा जताया था। उनको नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया था और उन्होंने वह रोल काफी अच्छे से निभाया था। वह आते ही पहली गेंद से ही प्रहार करते थे। सैमसन पहले गेंद से आक्रमक क्रिकेट नहीं खेलते हैं, उन्हें नजरें जमाने में थोड़ा समय लगता है। विकेटकीपर के तौर भी पंत सैमसन से थोड़ा बेहतर हैं।