अक्षर पटेल की बल्लेबाजी सुधारने में रहा है रिकी पोंटिंग का अहम योगदान- मोहम्मद कैफ
भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ खेली जा रही मौजूदा टेस्ट सीरीज में उपयोगी योगदान दिया है। उन्हें जब-जब मौका मिलता है, वह अपनी उपयोगिता साबित करने से नहीं चूकते हैं। इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने बताया है कि रिकी पोंटिंग ने अक्षर की बल्लेबाजी में सुधार किया है। बता दें कि अक्षर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स (DC) से खेलते हैं और पोंटिंग टीम के कोच हैं।
अक्षर अपनी बल्लेबाजी में सुधार करना चाहते थे
DC के सहायक कोच रहे मोहम्मद कैफ ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि IPL 2021 के दौरान अक्षर अपनी बल्लेबाजी को अगले स्तर तक ले जाना चाहते थे। उन्होंने कहा, "हम अक्षर को एक ऑलराउंडर के रूप में देख रहे थे, जो खेल को खत्म कर सके। उनका लेग साइड में खेल कमजोर था। वह अपने शरीर की गेंद पर लेग साइड में कैच आउट हो जाते थे। ज्यादा से ज्यादा वह उस गेंद पर एक रन ले लेते थे।"
पोंटिंग ने अक्षर की बल्लेबाजी में की मदद- कैफ
कैफ ने बताया कि पोंटिंग ने अक्षर की बल्लेबाजी की गलतियों को पहचाना और उसमें सुधार करने में मदद की। कैफ ने आगे कहा, "पोंटिंग ने महसूस किया कि लेग साइड गेम को खोलने के लिए और इसे बेहतर बनाने के लिए अक्षर को सामने के कंधे को थोड़ा खोलने की जरूरत है। हमने फैसला किया कि इस समस्या को दूर करने के लिए थ्रोडाउन सही होगा। खूब कोशिश करने के बाद अक्षर लेग साइड में सहज हो गए थे।"
2019 से DC के साथ जुड़े हुए हैं अक्षर
अक्षर 2019 से DC के साथ बने हुए हैं। उनके लिए बल्लेबाजी में सबसे अच्छा सीजन 2017 में रहा था, जब उन्होंने 140 की स्ट्राइक रेट से 227 रन बनाए थे। अब अक्षर को DC टीम प्रबंधन बल्लेबाजी में फिनिशर के रूप में मौका देती है। IPL 2022 की बात करें तो उन्होंने 10 पारियों में 45.50 की औसत से 182 रन बनाए थे। IPL करियर में उन्होंने बल्लेबाजी में 1,135 रन और गेंदबाजी में 101 विकेट ले लिए हैं।
भरोसेमंद बल्लेबाज बनकर उभरे हैं अक्षर
अक्षर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के शुरुआती दोनों मैचों में मौका मिला, जिसमें उन्होंने बल्ले से कमाल किया है। उन्होंने पहले नागपुर टेस्ट में 84 रन की पारी खेली थी। इसके बाद दूसरे दिल्ली टेस्ट में उन्होंने 74 रन बनाए थे। पिछले कुछ समय से अक्षर भारत के भरोसेमंद बल्लेबाज बनकर उभरे हैं, यही कारण है कि रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के खेलने के बावजूद उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिल रहा है।