जब संक्रमण फैलने का खतरा नहीं हो तभी हो क्रिकेट की वापसी- ICC
क्या है खबर?
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अपने सभी मेंबर्स को कहा है कि क्रिकेट की वापसी से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि कम्यूनिटी ट्रांसमिशन जैसी चीजों का सामना नहीं करना पड़े।
ICC ने हाल ही में क्रिकेट की वापसी के लिए गाइडलाइन जारी किए हैं ताकि जब भी क्रिकेट की वापसी हो खिलाड़ियों और क्रिकेट से जुड़े अन्य लोगों को सुरक्षित रखा जा सके।
क्रिकेट की वापसी के लिए ICC सेफ्टी फर्स्ट के उद्देश्य से चल रही है।
बयान
लोकल ट्रांसमिशन नहीं हो तभी शुरु करें क्रिकेट- ICC
ICC ने कहा, "क्रिकेट की वापसी तभी होनी चाहिए जब यह मालूम हो कि ऐसा करने से लोकल ट्रांसमिशन को बढ़ावा नहीं मिले।"
वर्ल्ड गवर्निंग बॉडी ने यह भी कहा कि सभी को इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि किसी मैच या ट्रेनिंग सेशन की शुरुआत से पहले क्रिकेट से जुड़ी हर चीजों को सुरक्षित रखा जा सके।
अन्य खेलों की तरह क्रिकेट भी मार्च से ही रुका हुआ है।
क्रिकेट की वापसी
सरकार की अनुमति के बाद होनी चाहिए खेल की वापसी- ICC
भले ही क्रिकेट कॉन्टैक्ट स्पोर्ट नहीं है, लेकिन ICC सभी लोगों की सुरक्षा का खास ध्यान रखना चाहती है।
अपेक्स बॉडी की गाइडलाइंस के मुताबिक, "ICC मेंबर्स और उनकी क्रिकेट कम्यूनिटी को अपने सरकार के आदेश के हिसाब से काम करना चाहिए। सरकार की अनुमति के हिसाब से ही खेल की वापसी होनी चाहिए।"
बॉडी ने यह भी कहा है कि यात्रा और क्वारंटाइन के लिए भी सरकार से सुझाव लेना चाहिए।
नई गाइडलाइन
अंपायर को अपना सामान नहीं सौंप सकेंगे खिलाड़ी
गेंदबाजी करने से पहले अपनी कैप और चश्मे को अपायर्स को सौंपना अब पुरानी बात हो सकती है क्योंकि नई गाइडलाइन में ICC ने इसकी इजाजत नहीं दी है।
इसके अलावा अंपायर्स को भी गेंद छूने के लिए ग्लव्स का इस्तेमाल करने को कहा जा सकता है।
अपेक्स बॉडी प्री-मैच आइसोलेशन ट्रेनिंग कैंप के आयोजन पर भी विचार कर रहा है जिसमें खिलाड़ियों की यात्रा से 14 दिन पहले तापमान और कोरोना टेस्ट भी शामिल होंगे।
ट्रेनिंग और मैच
काफी बदल जाएगी खिलाड़ियों की जिंदगी
ट्रेनिंग से पहले और बाद में खिलाड़ियों को अपना सामान सैनिटाइज करना होगा। इसके अलावा उन्हें घर से ही ट्रेनिंग के लिए तैयार होकार आना पड़ेगा।
मैच की स्थिति में ऑन-काल डॉक्टर और पर्याप्त मेडिकल सपोर्ट रखा जा सकता है।
यात्रा के लिए बोर्ड्स को चार्टर्ड विमानों का इस्तेमाल करना होगा और विमान में शारीरिक दूरी का ख्याल रखना होगा।
खिलाड़ी पहले की तरह अब इकट्ठा होकर जश्न भी नहीं मना सकेंगे।