वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम विश्व कप 2023 के लिए क्यों नहीं कर पाई क्वालीफाई? जानिए कारण
क्या है खबर?
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। 2 बार की वनडे विश्व कप विजेता टीम भारत में इस साल आयोजित होने वाले वनडे क्रिकेट के मेगा टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाएगी।
जिम्बाब्वे में आयोजित हो रहे विश्व कप क्वालीफायर्स 2023 में लचर प्रदर्शन के चलते टीम वनडे विश्व कप 2023 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई।
विश्व कप के पहले संस्करण (1975) के बाद से यह पहला मौका होगा जब वेस्टइंडीज इसका हिस्सा नहीं होगा।
रिपोर्ट
स्कॉटलैंड के खिलाफ हार से बंद हुए विश्व कप के दरवाजे
वैसे तो पूरे क्वालीफायर टूर्नामेंट में ही वेस्टइंडीज का प्रदर्शन खराब रहा, लेकिन स्कॉटलैंड के खिलाफ मिली शर्मनाक हार ने टीम के लिए ताबूत में आखिरी कील का काम किया।
वेस्टइंडीज टीम 43.5 ओवर में 181 रन बनाकर ढेर हो गई। स्कॉटलैंड (185) ने 43.3 ओवर में 3 विकेट खोकर ही लक्ष्य हासिल कर लिया।
यहां यह जानना भी आवश्यक है कि आखिर ऐसे क्या कारण रहे कि वेस्टइंडीज टीम वनडे विश्व कप 2023 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई।
जानकारी
वेस्टइंडीज ने जीते थे शुरुआती दोनों वनडे विश्व कप
किसी समय क्रिकेट की महाशक्ति के रूप में स्थापित वेस्टइंडीज ने क्लाइव लॉयड की कप्तानी में 1975 और 1979 में खेले गए दोनों वनडे विश्व कप जीते थे। 1983 में खेले गए तीसरे विश्व कप के फाइनल में उसे भारतीय क्रिकेट टीम ने हराया था।
#1
एकजुट होकर नहीं खेली टीम
क्वालीफायर मुकाबलों में जहां छोटी-छोटी टीमों ने अपनी एकजुटता से शानदार परिणाम हासिल किए तो, वहीं वेस्टइंडीज टीम बिखरी हुई नजर आई।
कुछ व्यक्तिगत प्रदर्शनों को छोड़ दिया जाए तो टीम ने क्लब स्तर से भी बुरी क्रिकेट खेली।
बल्लेबाजी में निकोलस पूरन (317 रन) और शाई होप (276 रन) के प्रदर्शन को छोड़ सभी बल्लेबाजों ने निराश किया।
गेंदबाजी में अल्जारी जोसेफ (8 विकेट) और अकील हुसैन (7 विकेट) को छोड़कर सभी संघर्ष करते हुए नजर आए।
#2
वनडे पर भारी पड़ रहा है टी-20 का असर
वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों का खेल देखकर लगता है कि वह किसी जल्दी में हैं।
अत्यधिक टी-20 क्रिकेट खेलने के चक्कर में खिलाड़ी पारी को संवारना और संयम से आगे बढ़ाना ही भूल गए हैं।
खिलाड़ियों को पता ही नहीं है कि 50 ओवर क्रिकेट में पहली गेंद से चौके-छक्के नहीं मारे जाते। गेंदबाज भी लाइन लैंग्थ से भटकते हुए नजर आ रहे हैं।
टी-20 क्रिकेट के विपरित वनडे क्रिकेट में कहीं अधिक सूझबूझ और धैर्य की आवश्यकता होती है।
#3
बोर्ड की मनमानी के साथ ही खिलाड़ियों की निष्ठा पर भी सवाल
क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) और खिलाड़ियों के बीच टकराव जगजाहिर है ऐसे में ओवरऑल नुकसान क्रिकेट का ही हो रहा है।
शिमरोन हेटमायर इसका एक ताजा उदाहरण हैं। फिटनेस संबंधी मुद्दों और अनुशासनात्मक खामियों के चलते वह टीम से बाहर हैं। उन्हें क्वालीफायर मुकाबलों के लिए भी टीम में जगह नहीं दी गई।
वेस्टइंडीज टीम के प्रति खिलाड़ियों की इच्छा और प्रतिबद्धता पर भी गंभीर सवालिया निशान हैं। खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम की बजाय फ्रेंचाइजी क्रिकेट को अधिक महत्व दे रहे हैं।
#4
क्वालीफायर टूर्नामेंट में कैसा रहा वेस्टइंडीज का प्रदर्शन?
ऐसा नहीं है कि वेस्टइंडीज को टूर्नामेंट में स्कॉटलैंड के खिलाफ ही शर्मसार होना पड़ा।
इसी टूर्नामेंट के दौरान वेस्टइंडीज को अपने से कमतर जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम और नीदरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा था।
ऐसे प्रदर्शन के बाद ऐसी उम्मीद करना कि टीम विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर पाती सुनने में ही हास्यास्पद लगता है।
लीग दौर में वेस्टइंडीज केवल USA क्रिकेट टीम और नेपाल क्रिकेट टीम को ही हरा पाई थी।