वनडे क्रिकेट से बाहर होंगे रविंद्र जडेजा, गौतम गंभीर की टीम संरचना का हिस्सा नहीं- रिपोर्ट
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा का वनडे क्रिकेट में खेलना अब मुश्किल लग रहा है।
वह कोच गौतम गंभीर की टीम संरचना का हिस्सा नहीं हैं।
टी-20 विश्व कप 2024 के बाद जडेजा ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
जडेजा टेस्ट और वनडे क्रिकेट दोनों में ही पिछले कुछ दिनों से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। गंभीर वनडे विश्व कप 2027 के लिए पूरा दल तैयार करने की सोच रहे हैं।
बयान
BCCI ने जडेजा को लेकर दिए हैं संकेत
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "गंभीर ने टेस्ट में बहुत ज्यादा छेड़छाड़ नहीं की है, लेकिन वनडे विश्व कप के लिए उनके पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण है। वह नए खिलाड़ियों को मौका देने के लिए उत्सुक हैं। अब चयनकर्ता पर निर्भर है कि वह कब बदलाव करेंगे। वे इस बात पर चर्चा करेंगे कि क्या जडेजा के रूप में एक सुरक्षित विकल्प के साथ जाएंगे या आगे बढ़ना चाहते हैं।"
असमंजस
जडेजा को लेकर असमंजस में हैं चयनकर्ता
भारतीय चयनकर्ता वनडे क्रिकेट में जडेजा को लेकर असमंजस में हैं। जडेजा की बल्लेबाजी में गिरावट आई है। पिछले 2 साल में वनडे में नंबर 7 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने प्रभाव नहीं डाला है।
पारी के अंत में रन-रेट बढ़ाने का काम करने वाले जडेजा की स्ट्राइक रेट 75 से कम की रही है।
टी-20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने के बाद उन्हें श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भी नहीं चुना गया था।
निर्णय
जडेजा को टीम से बाहर करना कठिन निर्णय
सूत्र ने आगे कहा, "जडेजा को टेस्ट क्रिकेट में भी संघर्ष करना पड़ा है। हालांकि, उनकी गेंदबाजी स्थिर रही है। अब वनडे प्रारूप में उनसे आगे बढ़ने की इच्छा है। आने वाले दिनों में यह एक कठिन निर्णय होगा।"
अक्षर पटेल जडेजा की जगह खेलते हुए नजर आ सकते हैं। वाशिंगटन सुंदर भी एक अच्छे विकल्प होंगे।
कुलदीप यादव पर भी BCCI नजर रख रही है। वह चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में हो सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी
इंग्लैंड में खेल सकते हैं जडेजा
सूत्र ने चैंपियंस ट्रॉफी और इंग्लैंड दौरे में जडेजा के चयन को लेकर कहा, "जहां तक टेस्ट क्रिकेट की बात है तो मध्यक्रम में अनुभव की कमी के कारण जडेजा अभी भी इंग्लैंड दौरे के लिए दावेदार हैं। हालांकि, चयनकर्ताओं को घरेलू सत्र के दौरान फैसला लेना होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चयनकर्ता इस बात से अवगत होंगे कि दुबई की पिचें धीमी गति के गेंदबाजों के लिए मददगार रही हैं। ऐसे में उन्हें विकल्प तलाशने होंगे।"