PSL: फाइनल के लिए राशिद को वापस बुलाना चाहती थी लाहौर कलंदर्स, खिलाड़ी ने किया इंकार
अफगानिस्तान के स्टार लेग-स्पिनर राशिद खान फिलहाल राष्ट्रीय ड्यूटी पर बांग्लादेश में हैं। हाल ही में वह पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) खेलकर आए हैं। PSL का फाइनल 27 फरवरी (रविवार) को खेला जाना है। सीजन के सबसे अहम मैच में लाहौर कलंदर्स की टीम अपने स्टार राशिद को वापस लाना चाहती थी, लेकिन राशिद ने लौटने से साफ इंकार कर दिया है। राशिद ने राष्ट्रीय टीम को सर्वोपरि बताया है।
राशिद द्वारा किया गया ट्वीट
आसान नहीं था राशिद को वापस लाया जा सकना
इतने कम समय में राशिद को PSL के लिए वापस ला पाना आसान काम नहीं था। यदि उन्हें फाइनल खेलना था तो इसके लिए अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड दोनों से अनुमति लेनी पड़ती। राशिद के पास बांग्लादेश में जाने के लिए सिंगल-एंट्री वीजा है और यदि वह पाकिस्तान आने के बाद वापस जाते तो इसे बदलना पड़ता। इसके लिए बांग्लादेश के अधिकारियों की अनुमति मिलना कठिन था।
चार्टर प्लेन से राशिद को लाने का प्लान बना रही थी लाहौर
लाहौर की टीम प्लान बना रही थी कि वे राशिद को चार्टर विमान से पाकिस्तान लाएंगे और एक बबल से दूसरे बबल में सीधा ट्रांसफर कराएंगे। हालांकि, ऐसा करने के लिए उन्हें बांग्लादेश, भारत और पाकिस्तान के एयरस्पेस का अप्रूवल लेना होता। तीनों देशों की राजनीति को देखते हुए अप्रूवल मिलना बेहद कठिन था। राशिद ने नौ मैचों में 17.30 की शानदार औसत और 6.25 की इकॉनमी से 13 विकेट लिए थे।
हेल्स और स्टर्लिंग ने लीग छोड़ने के बाद वापसी पर खेला था एलिमिनेटर मुकाबला
PSL की बॉयो-सेक्योर प्रोटोकॉल में हाल ही में ढील दी गई थी और इसी को देखते हुए लाहौर के मन में राशिद को लाने का ख्याल आया था। इस्लामाबाद यूनाइटेड के लिए पॉल स्टर्लिंग और एलेक्स हेल्स ने वापसी करते हुए एलिमिनेटर मैच खेला था। हेल्स मैच से एक दिन पहले ही पाकिस्तान पहुंचे थे। दोनों खिलाड़ियों का केवल कोरोना टेस्ट कराया गया था और इसके बाद उन्हें मैच खेलने की अनुमति मिल गई थी।
हेल्थ एंड सेफ्टी प्रोटोकॉल में हुआ है इस तरह का संसोधन
लीग के पुराने हेल्थ एंड सेफ्टी प्रोटोकॉल में संशोधन किया गया था जिसके बाद टीमें किसी भी खिलाड़ी को लाकर उन्हें सीधे प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बना सकती थीं। संसोधन के बाद आने वाले खिलाड़ियों को टीम से दूर रखने का पूरा प्रयास किया जाएगा और उन्हें ड्रेसिंग रूम में भी जाने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे खिलाड़ी होटल के अलग हिस्से में रहेंगे और अलग कार से स्टेडियम में पहुंचेंगे।