रणजी ट्रॉफी: नागालैंड की टीम 25 रन पर ऑलआउट, 41 साल में दूसरा सबसे कम स्कोर
क्या है खबर?
रणजी ट्रॉफी-2022-23 में नागालैंड की टीम उत्तराखंड के खिलाफ दूसरी पारी में महज 25 रनों पर ऑलआउट हो गई है।
यह पिछले 41 सालों के रणजी ट्रॉफी इतिहास में दूसरा सबसे कम स्कोर है।
नौवें नंबर के बल्लेबाज नागाहो चिशी (10) नगालैंड के शीर्ष स्कोरर रहे।
टीम के सभी बल्लेबाजों निराशाजनक प्रदर्शन किया। इसके चलते नागालैंड को एलीट ग्रुप-A में 174 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा है।
आइए पूरी खबर पर एक नजर डालते हैं।
नागालैंड
पूरे मैच में क्या हुआ?
उत्तराखंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 282 रन का स्कोर बनाया। इसमें कुणाल चंदेला (92) और दीक्षांशु नेगी (83) रनों की पारी खेली।
नागालैंड ने श्रीकांत मुंडे (161) की धमाकेदार शतकीय पारी की बदौलत 389 रन बना दिए।
उत्तराखंड ने दूसरी पारी 306/7 बनाकर घोषित कर दी और नागालैंड को जीत के लिए 200 रन का लक्ष्य दिया।
इसके बाद नागालैंड टीम 25 रन पर ऑलआउट हो गई। स्पिनर मयंक मिश्रा (5/4) और स्वप्निल सिंह (4/21) ने बेहतरीन गेंदबाजी की।
राजस्थान
रणजी ट्रॉफी में चौथा सबसे कम कुल स्कोर
नागालैंड का 25 रन पर ऑलआउट होना ने पिछले 41 सालों में दूसरा सबसे कम रणजी स्कोर है, लेकिन रणजी ट्रॉफी के इतिहास में चौथा सबसे कम स्कोर है।
इससे पहले हैदराबाद (2010-11 में 21 बनाम राजस्थान), दक्षिणी पंजाब (1934-35 में 22 बनाम उत्तर भारत), जम्मू-कश्मीर (1960-61 में 23 बनाम दिल्ली और हरियाणा 1977-78) सबसे कम स्कोर पर आउट हो चुकी है।
सिंध की टीम भी दक्षिण पंजाब के खिलाफ 1938-39 में 23 रन पर ऑलआउट हुई थी।
उत्तराखंड
नागालैंड की पारी में खाता नहीं खोल पाए छह खिलाड़ी
नागालैंड के छह बल्लेबाज उत्तराखंड के खिलाफ दूसरी पारी में खाता खोले बिना आउट हो गए। चीशी (10), सलामी बल्लेबाज जोशुआ ओजुकुम (7), इमलीवती लेम्तुर (7) और कप्तान होकिटो झिमोमी (1) ने रन बनाए।
चिशी दोहरे अंक में पहुंचने वाले टीम के एकमात्र बल्लेबाज थे।
पहली पारी में जिस तरह की बल्लेबाजी नागालैंड ने की थी, ऐसा लगा ही नहीं वही बल्लेबाज दूसरी पारी में खेल रहे हैं।
उत्तराखंड के गेंदबाजों के सामने किसी की एक नहीं चली।
रणजी ट्रॉफी
नगालैंड पर भारी पड़े मयंक और स्वप्निल
बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज मयंक ने रणजी ट्रॉफी 2022-23 में उत्तराखंड के लिए शुरुआती मैच में 2/129 और 5/4 के आंकड़े दर्ज किए।
अब उनके 16 प्रथम श्रेणी मैचों में 21.81 की औसत से 61 विकेट हो गए हैं। उन्होंने चार बार पांच विकेट लिए हैं।
उनके साथी गेंदबाज स्वप्निल ने 5/47 और 4/21 के आंकड़े दर्ज किए। इससे उनके 30.34 की औसत 149 प्रथम श्रेणी विकेट हो गए हैं। उन्होंने इस मैच में 88* रन भी बनाए थे।