रणजी ट्रॉफी फाइनल: मुशीर खान और श्रेयस अय्यर की शतकीय पारियों से मुंबई की स्थिति मजबूत
क्या है खबर?
रणजी ट्रॉफी 2024 का फाइनल मैच विदर्भ क्रिकेट टीम और मुंबई क्रिकेट टीम के बीच खेला जा रहा है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक विदर्भ ने बिना विकेट खोए 10 रन बना लिए हैं।
अभी उसे जीत के लिए 528 रन की जरूरत है। अथर्व तायडे (3*) और ध्रुव शौरी (7*) अभी नाबाद हैं।
मुंबई की दूसरी पारी 418 रन पर खत्म हुई और टीम ने विदर्भ को जीत के लिए 538 रन का लक्ष्य दिया।
लेखा-जोखा
ऐसा रहा तीसरे दिन का खेल
दूसरे दिन तक मुंबई की बढ़त 260 रन की थी। तीसरे दिन पहले मुशीर खान (136) और अजिंक्य रहाणे (73) ने 130 रन की साझेदारी निभाई।
इसके बाद मुशीर के साथ श्रेयस अय्यर (95) ने 168 रन जोड़ कर विदर्भ के गेंदबाजों की कमर ही तोड़ दी।
आखिरी ओवरों में शम्स मुलानी ने भी मुंबई के लिए अर्धशतक (50) जड़ दिया। विदर्भ के लिए हर्ष दुबे ने 5 विकेट हॉल लिया। इसके लिए उन्होंने 48 ओवर गेंदबाजी की।
शतक
मुशीर खान ने जड़ा प्रथम श्रेणी करियर का दूसरा शतक
मुशीर ने 326 गेंद का सामना किया और 10 चौके की मदद से 136 रन बनाने के बाद आउट हुए। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का दूसरा शतक था।
मुशीर रणजी ट्रॉफी में कमाल की फॉर्म में चल रहे हैं। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इस खिलाड़ी ने बड़ौदा क्रिकेट टीम के खिलाफ एक जबरदस्त (203*) दोहरा शतक जड़ दिया था।
इसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में तमिलनाडु क्रिकेट टीम के खिलाफ 55 रन की पारी खेली थी।
रिकॉर्ड
मुशीर ने तोड़ा सचिन तेंदुलकर का यह बड़ा रिकॉर्ड
मुशीर ने अपनी इस शानदार पारी के दौरान सचिन तेंदुलकर का बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वह मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में शतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए हैं।
इस खिलाड़ी ने 19 साल और 14 दिन में शतक लगाया।
इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन के नाम था। उन्होंने 1994-95 के रणजी सीजन के फाइनल में पंजाब के खिलाफ सिर्फ 22 साल की उम्र में दोहरा शतक लगाया था।
पारी
श्रेयस अय्यर शतक से चूके
श्रेयस नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने आए थे और उन्होंने 111 गेंद का सामना किया और 95 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और 3 छक्के लगाए।
वह अपने प्रथम श्रेणी करियर का 14वां शतक पूरा करने से सिर्फ 5 रन से चूक गए।
पहली पारी में श्रेयस कुछ खास नहीं कर पाए थे और 15 गेंद में 7 रन बनाने के बाद पवेलियन लौट गए थे। उनके बल्ले से सिर्फ 1 चौका निकला था।
कप्तान
रहाणे ने खेली कप्तानी पारी
रहाणे ने मैच में 143 गेंदों में 73 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 51.05 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 5 चौके और 1 छक्का जड़ा।
यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का 57वां अर्धशतक था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वह अब तक 188 मैच की 318 पारियों में करीब 46 की औसत से 13,225 रन बना चुके हैं।
इसमें 57 अर्धशतकों के अलावा 39 शतक भी शामिल हैं।