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रणजी ट्रॉफी 2025-26: पृथ्वी शॉ ने टूर्नामेंट इतिहास का तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक जड़ा
पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी इतिहास का तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक जड़ा (तस्वीर: एक्स/@BCCIdomestic)

रणजी ट्रॉफी 2025-26: पृथ्वी शॉ ने टूर्नामेंट इतिहास का तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक जड़ा

Oct 27, 2025
02:27 pm

क्या है खबर?

भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने रणजी ट्रॉफी 2025-26 में अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने महाराष्ट्र क्रिकेट टीम की ओर से चंडीगढ़ क्रिकेट टीम के खिलाफ टूर्नामेंट के इतिहास का तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक (222) जड़ दिया। ​​ यह महाराष्ट्र के लिए उनका पहला रणजी शतक भी था। उनकी इस पारी की बदौलत ही महाराष्ट्र ने चंडीगढ़ के सामने जीत के लिए 464 रन का मजबूत लक्ष्य रखा है।

बल्लेबाजी

कैसी रही शॉ की पारी और साझेदारी?

पहली पारी में 8 रन बनाकर आउट हुए शॉ ने दूसरी पारी की धमाकेदार शुरुआत की। उन्होंने अर्शिन कुलकर्णी (31) के साथ पहले विकेट के लिए 73, सिद्धेश वीर (62) के साथ दूसरे विकेट के लिए 197 और रुतुराज गायकवाड़ (36) के साथ तीसरे विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी निभाई। उन्होंने महज 141 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया। वह अपनी पारी में 156 गेंदों में 29 चौके और 5 छक्कों से 222 रन बनाकर आउट हुए।

उपलब्धि

शॉ अब केवल तन्मय और शास्त्री से पीछे

शॉ का यह दोहरा शतक रणजी ट्रॉफी इतिहास में तीसरा सबसे तेज है। सबसे तेज दोहरे शतक का रिकॉर्ड हैदराबाद क्रिकेट टीम के बल्लेबाज तन्मय अग्रवाल के नाम दर्ज है, जिन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 119 गेंदों में दोहरा शतक जड़ा था। इसी तरह पूर्व ऑलराउंडर रवि शास्त्री दूसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने 1985 में मुंबई क्रिकेट टीम के लिए बड़ौदा क्रिकेट टीम के खिलाफ 123 गेंदों में दोहरा शतक पूरा किया था।

सफर

रणजी ट्रॉफी में कैसा रहा है शॉ का सफर?

शॉ ने 2017 में तमिलनाडु क्रिकेट टीम के खिलाफ मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया था। हालांकि, पिछले सीजन के अंत में उन्होंने रणजी ट्रॉफी इतिहास की सबसे सफल टीम को छोड़कर महाराष्ट्र का दामन थाम लिया था। अपनी नई टीम के लिए उनका पहला मैच 15 अक्टूबर को केरल के खिलाफ था, जहां वह पहली पारी में शून्य पर आउट हुए, लेकिन दूसरी पारी में 75 रन बनाकर वापसी करने में सफल रहे।

करियर

कैसा रहा है शॉ का प्रथम श्रेणी करियर?

शॉ ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 60 मैच खेले हैं और उसकी 106 पारियों में 46 से ज्यादा की औसत से 4,861 रन पूरे कर लिए हैं। इस दौरान उन्होंने 14 शतक और 16 अर्धशतक भी अपने नाम किए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 379 रन का रहा है। उन्होंने भारतीय टीम के लिए 5 टेस्ट मैचों की 9 पारियों में 42.37 की औसत से 339 रन बनाए हैं। इसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक भी शामिल हैं।