रायपुर स्टेडियम में नहीं बिजली की चाक चौबंद व्यवस्था, 5 साल पहले कट गया था कनेक्शन
भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच चौथा टी-20 मुकाबला शुक्रवार को रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेला गया। इसे भारतीय टीम ने 20 रन से जीता। रायपुर स्टेडियम लगातार राज्य खेल विभाग की ओर से उपेक्षा का सामना कर रहा है। स्टेडियम पर 3.16 करोड़ रुपये से अधिक का बिजली बिल बकाया है। ऐसे में मैच से पहले अस्थाई कनेक्शन लिया गया और बिजली कंपनी को 10 लाख का भुगतान किया गया।
1.44 करोड़ के खरीदे हैं जेनरेटर
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जब छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (CSCS) इस मैदान पर कार्यक्रम आयोजित करता था तो राज्य खेल विभाग प्रति दिन 3 लाख रुपये का शुल्क लेता था। ऐसे में बिजली बिल चुकाना भी छत्तीसगढ़ के खेल विभाग की ही जिम्मेदारी है। स्टेडियम में अस्थाई कनेक्शन के अलावा CSCS ने आपातकालीन स्थितियों के लिए जनरेटर की व्यवस्था की है। CSCS ने स्टेडियम के लिए करीब 1.44 करोड़ की लागत से जेनरेटर खरीदे हैं।
सिर्फ फ्लडलाइट के लिए 600 किलोवाट बिजली की जरूरत
बता दें कि फ्लडलाइट में मैच आयोजित करने के लिए 1,000 किलोवाट का बिजली कनेक्शन जरूरी है। दिन में मुकाबले के लिए कम से कम 435 किलोवाट कनेक्शन की आवश्यकता होती है। हालांकि, फ्लडलाइट के लिए 600 किलोवाट बिजली की जरूरत होती है। स्टेडियम का बिजली बिल लगभग 5 वर्षों से बकाया है, बिजली विभाग ने 2018 में आपूर्ति काट दी थी। बिल भुगतान के विवाद में छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन, PWD विभाग और खेल विभाग शामिल हैं।