रहाणे ने मेलबर्न की बजाय अपने इस टेस्ट शतक को बताया बेस्ट
विराट कोहली की गैरमौजूदगी मेें टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे अजिंक्या रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में शानदार काम किया है। चतुर कप्तानी करने के अलावा रहाणे ने बल्ले से भी कठिन समय में टीम को संभालने का काम किया। रहाणे की इस पारी की खूब प्रशंसा हो रही है, लेकिन वह 2014 में लॉर्ड्स में खेली अपनी पारी को अपनी सबसे स्पेशल मानते हैं। आइए जानते हैं उस पारी और मैच के बारे में।
लॉर्ड्स में लगाया शतक मेरा बेस्ट- रहाणे
बॉक्सिंग-डे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद रहाणे ने कहा, "यह काफी स्पेशल था। शतक बनाना हमेशा स्पेशल होता है। हालांकि, फिर भी ऐसा लगता है कि इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में लगाया शतक मेरा बेस्ट है।"
इंग्लैंड के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने गंवाए थे विकेट
जुलाई 2014 में इंग्लैंड और भारत के बीच लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 86 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे। शिखर धवन, मुरली विजय और विराट कोहली के आउट हो जाने के बाद अजिंक्या रहाणे के ऊपर पारी संभालने की जिम्मेदारी थी। रहाणे क्रीज पर पांव जमा ही रहे थे कि चेतेश्वर पुजारा और एमएस धोनी भी पवेलियन लौट गए।
रहाणे ने अंतिम तीन विकेट के लिए जोड़े 150 रन
128 के स्कोर तक भारत ने अपने छह विकेट गंवा दिए थे, लेकिन रहाणे एक तरफ टिके रहे। रहाणे ने भुवनेश्वर कुमार (36) के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 90 रनों की साझेदारी की थी। इसके बाद उन्होंने मोहम्मद शमी (19) के साथ नौवें विकेट के लिए 40 और इशांत शर्मा (12*) के साथ आखिरी विकेट के लिए 20 रनों की साझेदारी की थी। अंतिम तीन विकेट के लिए 150 रन जोड़कर रहाणे ने भारत की वापसी कराई थी।
लॉर्ड्स में टेस्ट शतक लगाने वाले नौवें भारतीय बने थे रहाणे
154 गेंदों में 103 रनों की पारी के दौरान रहाणे लॉर्ड्स में टेस्ट शतक लगाने वाले नौवें भारतीय बल्लेबाज बने थे। रहाणे ने अपनी पारी में 15 चौके तथा एक छक्का लगाया था। जुलाई 2011 में राहुल द्रविड़ (103*) के बाद लॉर्ड्स में शतक लगाने वाले रहाणे पहले भारतीय बने थे। इंग्लैंड ने जवाब में पहली पारी में 319 रन बनाए और भारत को दूसरी पारी में 342 रन बनाने दिया।
95 रनों से भारत ने जीता था मैच
319 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम इशांत शर्मा की गेंदबाजी के सामने चल नहीं सकी और 223 के स्कोर पर ही सिमट गई थी। इशांत ने 74 रन देकर सात विकेट हासिल किए थे और भारत को 95 रनों से मैच जिताया था। भारत ने लॉर्ड्स में 28 साल बाद कोई टेस्ट मैच जीता था और इसके हीरो रहाणे तथा इशांत रहे थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रहाणे ने खेली शानदार पारी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में रहाणे जब बल्लेबाजी करने आए तब भारत ने 61 के स्कोर पर दो विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद भारत का स्कोर 116/4 हो गया था। रहाणे ने एक बार फिर एक छोर संभालकर बल्लेबाजी शुरु कर दी। उन्होंने रविंद्र जडेजा (57*) के साथ सातवें विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी की थी और 112 रन बनाकर रनआउट हुए थे। रहाणे की पारी में 12 चौके शामिल थे।