
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पांच भारतीय खिलाड़ियों ने किया टेस्ट डेब्यू, ऐसा रहा प्रदर्शन
क्या है खबर?
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 2-1 से हराकर प्रतिष्ठित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत में युवा खिलाड़ियों ने अहम योगदान दिया।
चोट की समस्या से जूझने के कारण इस सीरीज में पांच भारतीय खिलाड़ियों ने अपना टेस्ट डेब्यू किया और पूरे क्रिकेट जगत को अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया।
आइए एक नजर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर डालते हैं।
#1
मोहम्मद सिराज
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने दूसरे मेलबर्न टेस्ट में डेब्यू किया और सीरीज के अंत तक भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।
उन्होंने तीन मैचों में 29.53 की औसत से 13 विकेट लिए। इस बीच एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/73 का रहा।
बता दें कि चौथे और निर्णायक टेस्ट में जब सभी युवा गेंदबाज खेल रहे थे, तब सिराज ने तेज गेंदबाजी आक्रमण की सफल अगुवाई की थी।
#2
शुभमन गिल
भारत की ओर से युवा शुभमन गिल ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
सलामी बल्लेबाज गिल ने तीन मैचों में 51.80 की जबरदस्त औसत से 259 रन अपने नाम किए, जिसमें 91 के उच्चतम स्कोर के साथ दो अर्धशतक भी शामिल थे।
सीरीज के दूसरे मेलबर्न टेस्ट में अपना डेब्यू करने वाले गिल ने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों का डटकर सामना किया और 60.65 के स्ट्राइक रेट से रन अपने नाम किए थे।
#3
नवदीप सैनी
दूसरे मुकाबले में उमेश यादव के चोटिल होने के बाद तीसरे सिडनी टेस्ट में नवदीप सैनी ने अपना टेस्ट डेब्यू किया और अपने पहले मैच में चार विकेट लिए।
इसके बाद सीरीज के आखिरी गाबा टेस्ट में उन्होंने चोट के बावजूद गेंदबाजी कर सबका दिल जीता।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में गेंदबाजी के दौरान ग्रोइन इंजरी से जूझते दिखे थे। हालांकि, वह गाबा में कोई विकेट नहीं ले सके।
#4
वाशिंगटन सुंदर
भारत ने निर्णायक ब्रिसबेन टेस्ट में जीत हासिल की, जिसमें डेब्यू कर रहे सुंदर ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उन्होंने पहली पारी में 62 जबकि दूसरी पारी में 22 रन बनाए। मुश्किल परिस्थितियों में उन्होंने पहली पारी में शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर 100 से अधिक रनों की साझेदारी की और भारत को मैच में वापसी करवाई थी।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में सुंदर ने पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में एक विकेट हासिल किया।
#5
टी नटराजन
इस सीरीज में असाधारण स्तर पर भारतीय खिलाड़ी चोटिल हुए और नटराजन को सीरीज के आखिरी गाबा टेस्ट में अपना डेब्यू करने का मौका मिला।
अपनी पहली पारी में उन्होंने 78 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। हालांकि, दूसरी पारी में वह कोई विकेट नहीं ले सके।
किस्मत के धनी नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे, टी-20 और टेस्ट में डेब्यू किया और एक दौरे में खेल के सभी प्रारूपों में डेब्यू करने वाले पहले भारतीय बने।