विदेशी लीग्स का ऑफर ठुकराने पर अपने खिलाड़ियों को ज्यादा पैसे देगा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपने खिलाड़ियों के लिए एक नए तरीके के कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा की है। अब बोर्ड अपने खिलाड़ियों को टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स के फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट देगा। हालांकि, बोर्ड इस कोशिश में भी है कि वे अपने बड़े खिलाड़ियों को विदेशी लीग्स में जाने से रोक ले जाएं। बोर्ड अपने खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट में अब अधिक पेमेंट भी देने की तैयारी में है।
01 जुलाई से दिया जाएगा नया कॉन्ट्रैक्ट
01 जुलाई से बोर्ड अपने खिलाड़ियों को टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट देगा और इसमें खिलाड़ियों के पेमेंट में भी वृद्धि की जाएगी। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने वाले खिलाड़ियों की संख्या में भी वृद्धि होगी और इसे 20 से बढ़ाकर 33 किया जाएगा। पाकिस्तान के कप्तान के लिए भी एक अलग भत्ते की घोषणा की गई है ताकि अतिरिक्त दबाव झेलने वाला व्यक्ति अतिरिक्त कमाई भी कर सके।
न्यूजबाइट्स प्लस
सभी फॉर्मेट में खिलाड़ियों की मैचफीस में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जाएगी। प्लेइंग इलेवन से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों की फीस को कुल मैचफीस का 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 70 प्रतिशत किया जाएगा।
खिलाड़ियों का विदेशी लीग्स में जाना नहीं अच्छा- PCB चेयरमैन
PCB चेयरमैन रमीज राजा ने लाहौर में हुए मीडिया कॉन्फ्रेंस में इस बात का भी खुलासा किया है कि बोर्ड ने विदेशी लीग्स से ऑफर पाने वाले खिलाड़ियों के लिए स्पेशल फंड शुरु किया है। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि ऑफ-सीजन में हमारे खिलाड़ी अन्य जगहों पर जाना बंद करें। हमें लगता है कि खिलाड़ियों का इन लीग में नहीं जाना अच्छा होगा। उन्हें जो ऑफर मिलेगा हम उसका 50 से 60 प्रतिशत पेमेंट देने के लिए तैयार रहेंगे।"
भारत और इंग्लैंड जैसा बनना चाहता है पाकिस्तान
PCB चेयरमैन ने टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स में अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट देने के पीछे दो मजबूत टीमें बनाने को बताया है। पाकिस्तान कोशिश कर रही है कि वे लिमिटेड ओवर्स में एक अलग मजबूत टीम बना लें और साथ ही एक अलग टेस्ट स्पेशलिस्ट खिलाड़ियों की टीम भी बना लें। पाकिस्तान का लक्ष्य है कि वे आने वाले भविष्य में इंग्लैंड और भारत की तरह एक ही समय पर टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स की टीमें उतार सकें।
महिलाओं को भी मिलेगा फायदा
महिलाओं के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में भी सभी कैटेगिरी में 15 प्रतिशत राशि की बढ़ोत्तरी की जाएगी। इसके अलाव महिलाओं में 20 की जगह 25 खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया जा सकता है।