कर्नाटक प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी का मालिक सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार
पिछले दिनों कर्नाटक प्रीमियर लीग (KPL) में सट्टेबाजी की खबरे आई थीं। कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) की देखरेख में होने वाले इस टूर्नामेंट की एक टीम के मालिक को सट्टेबाजी में लिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बेलागावी पैंथर्स नामक टीम के मालिक अशफाक अली थारा को पुलिस ने सट्टेबाजी स्कैम में शामिल होने के आरोप में अपनी गिरफ्त में लिया है।
इंटरनेशनल सट्टेबाजी स्कैंडल का किया भंडाफोड़
पुलिस का दावा है कि उन्होंने अली की गिरफ्तारी के साथ ही इंटरनेशनल सट्टेबाजी स्कैंडल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस के मुताबिक अली ने दुबई के रहने वाले बुकी के साथ सट्टेबाजी की थी। बेंगलुरु पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर संदीप पाटिल ने कहा, "थारा दुबई के रहने वाले बुकी के संपर्क में था। सिटी की सेंट्रल क्राइम ब्रांच पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में लिया है और लीग क्रिकेट में सट्टेबाजी स्कैम का भंडाफोड़ करने की कोशिश कर रहे हैं।"
मैच-फिक्सिंग की चल रही हैं जांच- पाटिल
पाटिल ने आगे कहा, "जहां तक मैच-फिक्सिंग की बात है तो यह अभी भी जांच में है। KPL के दौरान अली अन्य टीमों के खिलाड़ियों के साथ संपर्क में था।"
सवाल पूछने के लिए अन्य टीमों के खिलाड़ियों को मिला नोटिस
पाटिल ने आगे कहा कि अन्य टीमों के खिलाड़ियों को भी सवाल पूछने के लिए नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा, "हम कथित मैच-फिक्सिंग में थारा के रोल की जांच कर रहे हैं जिसमें रिपोर्ट्स के मुताबिक अन्य टीमों के भी कुछ खिलाड़ी शामिल थे। हमने उन्हें भी सवाल पूछने के लिए नोटिस जारी किया है क्योंकि उनमें से कुछ थारा के संपर्क में थे।"
इस तरह सामने आया था पूरा मामला
दरअसल, BCCI की एंटी करप्शन यूनिट ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग में शामिल सट्टेबाजी के एक बड़े गिरोह का पता लगाया था। एंटी करप्शन यूनिट की शुरुआती जांच में यह आशंका जताई गई थी कि इस प्रकरण में भारतीय टीम से जुड़ा एक खिलाड़ी, IPL में नियमित रूप से खेलने वाला एक खिलाड़ी और एक रणजी का कोच शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सट्टेबाजों ने TNPL के एक फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर इस गतिविधि को अंजाम दिया था।
हर साल होने वाली KPL में खेलती हैं सात टीमें
KSCA हर साल BCCI की बेहद मशहूर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तर्ज पर टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन कराती है। 2019 का KPL टूर्नामेंट 16-31 अगस्त तक आयोजित किया गया था। KPL में कुल सात टीमें हिस्सा लेती हैं जो प्रसिद्ध शहरों और कस्बों को रिप्रजेंट करती हैं। बेंगलुरु ब्लास्टर्स, बेलारी टस्कर्स, बीजापुर बुल्स, हुबली टाइगर्स, मैसूर वारियर्स और नम्मा शिवामोग्गा नाम से सात टीमें टूर्नामेंट में खेलती हैं।
भारतीय महिला खिलाड़ी से भी हुई थी मैच फिक्सिंग की कोशिश
हाल ही में खबर आई थी कि भारतीय महिला खिलाड़ी के साथ भी इस साल के शुरुआत में मैच फिक्सिंग की कोशिश की गई थी। ACU ने बीते सोमवार को इस मामले में दो लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई है। हालांकि, ACU ने महिला खिलाड़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी, यहां तक उस खिलाड़ी का नाम तक नहीं लिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला खिलाड़ी को प्रति मैच 1 लाख रुपये का ऑफर दिया था।