जिम लेकर के बाद जब कुंबले ने लिए 10 विकेट, इस व्यक्ति ने दोनों लाइव देखे
क्या है खबर?
पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने अपने करियर में भारत के लिए अदभुत प्रदर्शन किया है, लेकिन 7 फरवरी, 1999 को किया गया उनका प्रदर्शन शायद ही कोई भूलेगा।
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में कुंबले ने टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा किया था।
उन्होंने यह कारनामा पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज़ के दूसरे और अंतिम टेस्ट में किया था।
पहली पारी
पहली पारी में दोनों टीमें नहीं बना सकी थीं बड़ा स्कोर
भारत ने पहली पारी में सदागोपन रमेश (60) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (67) की बदौलत 252 रन बनाए।
पाकिस्तान की पहली पारी अनिल कुंबले (4 विकेट) और हरभजन सिंह (3 विकेट) के सामने ज़्यादा कुछ नहीं कर सकी और वे 172 पर सिमट गए।
दूसरी पारी में भारत ने 339 रन बनाए जिसमें रमेश ने सबसे ज़्यादा 96 रनों की पारी खेली।
इस प्रकार पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 420 रनों का बड़ा टार्गेट मिला।
शुरुआत
अफरीदी और अनवर ने दिलाई सधी हुई शुरुआत, फिर आया कुंबले का तूफान
सईद अनवर (69) और शाहिद अफरीदी (41) ने पहले विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी करके पाकिस्तान को सधी हुई शुरुआत दिलाई।
इसके बाद कुंबले ने लगातार दो गेंदों पर अनवर और अफरीदी को चलता करके पाकिस्तान को दो बड़े झटके दिए।
101 रनों पर पहला और दूसरा विकेट गंवाने वाली पाकिस्तान 126 के स्कोर पर छह विकेट गंवाकर बड़े संकट में फंस चुकी थी।
सभी छह विकेट कुंबले के खाते में गए थे।
सोच
10 विकेट लेने के बारे में नहीं सोच रहे थे कुंबले
चायकाल के ब्रेक तक कुंबले छह विकेट ले चुके थे और फिर उनके दिमाग में अपना बेस्ट टेस्ट स्पेल अच्छा करने का ख्याल आया जो एक पारी में सात विकेट लेने का था।
लंच से लेकर चायकाल तक लगातार गेंदबाजी करने वाले कुंबले ने चायकाल के बाद भी गेंदबाजी जारी रखी और अपना सातवां विकेट लिया।
इसके बाद उन्होंने लगातार दो गेंदों में अपना आठवां और नौवां विकेट भी हासिल कर लिया।
10वां विकेट
नौ विकेट के बाद साथी खिलाड़ियों ने लगाया कुंबले को 10वां विकेट दिलाने के लिए जोर
कुंबले जब नौ विकेट ले चुके थे तो भारतीय टीम ने रणनीति बनाई कि हर हाल में 10वां विकेट कुंबले को ही दिलाना है।
वहीं, पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भी आपस में यह निर्णय लिया था कि किसी भी हाल में कुंबले को विकेट नहीं देना है, चाहे रन आउट ही क्यों न होना पड़े।
लेकिन 61वें ओवर में कुंबले ने वसीम अकरम को कैच आउट कराया और एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा कर दिया।
क्या आप जानते हैं?
पारी में 10 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज हैं कुंबले
इंग्लैंड के पूर्व ऑफ स्पिनर जिम लेकर ने 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में नौ और दूसरी पारी में 10 विकेट लिए थे। जिम लेकर के बाद पारी में 10 विकेट लेने वाले कुंबले विश्व के दूसरे गेंदबाज हैं।
दर्शक
इस व्यक्ति ने देखा है दोनों बार पारी में 10 विकेट का कारनामा
1956 में जब पहली बार एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा जिम लेकर ने किया तब रिचर्ड स्टोक्स नामक दर्शक 10 साल की उम्र था।
43 साल बाद जब कुंबले ने इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड को दोहराया तब भी रिचर्ड मैदान पर मौजूद थे।
दरअसल जर्मनी में काम करने वाले रिचर्ड 1999 में बिजनेस ट्रिप पर दिल्ली आए थे और उन्हें उस ऐतिहासिक लम्हे का हिस्सा बनने का मौका मिला जिसके वह 1956 में गवाह रहे थे।
करियर
टेस्ट में तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं कुंबले
1990 में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले कुंबले ने 132 मैचों में 619 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले कुंबले ने 2008 में क्रिकेट को अलविदा कहा।
कुंबले ने टेस्ट में 35 बार पारी में पांच या उससे ज़्यादा विकेट लिए।
टेस्ट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड मुथैय्या मुरलीधरन (800) के नाम है।
कुंबले ने 271 वनडे मैचों में 337 विकेट लिए हैं।