वनडे सीरीज: भारतीय महिला टीम ने आयरलैंड को 6 विकेट से हराया, ये बने रिकॉर्ड्स
क्या है खबर?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम और आयरलैंड महिला क्रिकेट टीम के बीच राजकोट में पहला वनडे मुकाबला खेला गया। इस मैच को स्मृति मंधाना की टीम ने 6 विकेट से जीत लिया।
इसी के साथ 3 मैचों की वनडे सीरीज में उसने 1-0 की बढ़त ले ली है।
पहले बल्लेबाजी करते हुए आयरलैंड ने 238/7 का स्कोर बनाया था। जवाब में भारत ने यह लक्ष्य सिर्फ 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
आइए मुकाबले पर एक नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
मैच का लेखा-जोखा
आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान गैबी लुईस (92) और लिआ पॉल (59) ने अर्धशतकीय पारी खेली। इन दोनों के अलावा और कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाई।
भारत के लिए प्रिया मिश्रा ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए।
जवाब में प्रतीका रावल ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 89 रन बनाए। तेजल हसब्निस (53) ने भी अर्धशतककीय पारी खेली। कुल 34.3 ओवर में ही भारत ने लक्ष्य हासिल कर लिया।
अर्धशतक
लुईस के वनडे करियर का 11वां अर्धशतक
लुईस ने 129 गेंदों का सामना किया और 92 रन बनाए। उनके बल्ले से 15 चौके निकले। यह उनके वनडे करियर का 11वां अर्धशतक रहा। भारत के खिलाफ इस खिलाड़ी ने पहला अर्धशतक है।
उन्होंने अब तक 50 मुकाबले खेले हैं और इसकी 49 पारियों में 31.42 की औसत से 1,414 रन बनाए हैं।
वहीं पॉल के वनडे करियर का यह 7वां अर्धशतक है। उन्होंने 73 गेंदों में 7 चौके की मदद से ये रन बनाए।
बल्लेबाज
भारतीय बल्लेबाजों का कमाल
प्रतीका ने 96 गेंदो का सामना किया और 89 रन बनाए। उनके बल्ले से 10 चौके और 1 छक्का निकला। यह उनके वनडे करियर का दूसरा अर्धशतक रहा।
उन्होंने 4 वनडे मुकाबले खेले हैं। इसकी 4 पारियों में 55.75 की औसत से 223 रन बनाए हैं। उनका यह वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है।
तेजल के वनडे करियर का यह पहला अर्धशतक है। उन्होंने 46 गेंदों का सामना करते हुए 53 रन बनाए। उनके बल्ले से 9 चौके निकले।
उपलब्धि
मंधाना ने हासिल की बड़ी उपलब्धि
मंधाना ने मैच के दौरान एक बड़ी उपलब्धि हासिल की, वह वनडे क्रिकेट में 4,000 रन पूरे करने वाली सिर्फ दूसरी भारतीय महिला बल्लेबाज बनी हैं।
मंधाना से पहले वनडे क्रिकेट में भारत के लिए सिर्फ मिताली राज हैं, जिन्होंने 4,000 से ज्यादा रन बनाए हैं।
मंधाना ने भारत के लिए 95 मुकाबले खेले हैं। इसकी 95 पारियों में 6 बार नाबाद रहते हुए 44.95 की औसत से 4,001 रन बनाने में सफल रही हैं।