भारत बनाम वेस्टइंडीज सीरीज़ में टीवी अंपायर पर होगी नो-बॉल देने की जिम्मेदारी
क्या है खबर?
ब्रिसबेन में खेले गए ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में पाकिस्तानी गेंदबाजों ने 21 नो-बॉल फेंकी और मैदानी अंपायर उसे नोटिस करने में विफल रहे।
नो-बॉल चेक करने के लिए जल्द ही एक थर्ड अंपायर की नियुक्ति की जा सकती है।
ICC फिलहाल नो-बॉल अंपायर का ट्रॉयल शुरु करना चाहती है और भारत-वेस्टइंडीज के बीच आगामी सीरीज़ के साथ ही इसका ट्रॉयल हो सकता है।
जानकारी
भारत बनाम वेस्टइंडीज सीरीज़ के साथ शुरु होगा नो-बॉल अंपायर का ट्रॉयल
ICC के एक प्रवक्ता ने HT से कहा, "आने वाले दिनों में नो-बॉल अंपायर का ट्रॉयल किया जाएगा और इसकी शुरुआत छह दिसंबर से शुरु हो रही भारत बनाम वेस्टइंडीज सीरीज़ के साथ होगी।"
IPL
पिछले सीजन IPL में हुआ था नो-बॉल को लेकर विवाद
पिछले सीजन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के बीच खेले गए मुकाबले में RCB को मुकाबला टाई कराने के लिए आखिरी गेंद पर छक्के की जरूरत थी।
मलिंगा ने आखिरी गेंद पर भले ही शिवम दुबे को बाउंड्री नहीं लगाने दी, लेकिन उनकी गेंद नो-बॉल थी जिसे ऑनफील्ड अंपायर एस. रवि नहीं देख सके।
इसके परिणामस्वरूप मुंबई ने मुकाबला अपने नाम कर लिया। यदि अंपायर ने नो-बॉल पकड़ी होती तो परिणाम बदल सकता था।
नो-बॉल
इस सीजन IPL में नो-बॉल के लिए होगा अलग अंपायर?
पिछले सीजन के विवाद को देखते हुए IPL गवर्निंग काउंसिल ने इसी महीने मीटिंग की थी और फैसला लिया था कि नो-बॉल देखने का काम ऑनफील्ड अंपायर का नहीं होगा।
भले ही नो-बॉल देने के लिए IPL चेयरमैन बृजेश पटेल ने अलग अंपायर रखने की घोषणा की है, लेकिन यह ड्यूटी भी थर्ड अंपायर को दी जा सकती है।
सीनियर IPL ऑफिशियल के मुताबिक, "यह थर्ड अंपायर की ड्यूटी होगी। इसके लिए अतिरिक्त अंपायर रखने की जरूरत नहीं है।"
बयान
फ्रंट फुट पर ध्यान ही नहीं देते अंपायर्स- रिकी पोंटिंग
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि अंपायर्स अपने निर्णय को लेकर ज़्यादा चिंतित रहते हैं और उनका ध्यान फ्रंट फुट पर रहता ही नहीं है।
पोंटिंग ने कहा, "जब आप वीडियो रीप्लेल देखेंगो तो गेंदबाज केवल लाइन ही क्रॉस नहीं कर रहा है बल्कि वे 4-5 इंच आगे हैं। ऐसे में लगता है कि अंपायर्स आगे देखने के चक्कर में फ्रंट फुट पर ध्यान ही नहीं देते हैं।"
विश्व कप
विश्व कप 2019 के दौरान भी हुई थी चूक
विश्व कप 2019 में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए मुकाबले में एक ही ओवर में अंपायर से तीन गलतियां हुई थीं।
पहले तो क्रिस गेल को बिना बल्ले का किनारा लगे कैच आउट दिया गया और फिर उन्हें पगबाधा आउट दिया गया।
दोनों ही मौकों पर गेल ने रीव्यू लिया और नॉट आउट करार दिए गए।
जिस गेंद पर गेल आउट हुए उसके पहले वाली गेंद बड़ी नो-बॉल थी जिसे अंपायर पकड़ने में असफल रहे।
राय
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
पूर्व ICC एलीट पैनल अंपायर साइमन टफेल का कहना है कि थर्ड अंपायर पहले से ही काफी व्यस्त हैं और उन्हें नो-बॉल चेक करने को देना उनका काम बढ़ाना होगा।
तमाम अंपायर्स का यह भी मानना है कि चंद सेकेंड्स में फ्रंट फुट देखना और पगबाधा निर्णय देना उनके लिए काफी मुश्किल है।
इस बात को लेकर तमाम बहस के बीच 1992 में रन आउट देने के लिए लाए गए थर्ड अंपायर का काम बढ़ सकता है।