
निकोलस पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया, सिर्फ 29 साल की उम्र में कहा अलविदा
क्या है खबर?
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के आक्रामक बल्लेबाज निकोलस पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है।
उन्होंने सिर्फ 29 साल की उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है।
हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) से खेलने वाले पूरन ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपने संन्यास की घोषणा की।
वह अपने अब तक के करियर में वेस्टइंडीज टीम की कप्तानी भी कर चुके थे।
बयान
पूरन ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए किया ऐलान
पूरन ने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'काफी सोच-विचार के बाद मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। जिस खेल से हम प्यार करते हैं, उसने हमें बहुत कुछ दिया है। इस खेल ने वेस्टइंडीज के लोगों का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया है।'
पूरन का संन्यास का फैसला इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि अगले साल ही टी-20 विश्व कप का आयोजन भारत और श्रीलंका में होना है।
आंकड़े
वेस्टइंडीज से सर्वाधिक टी-20 अंतरराष्ट्रीय रन वाले बल्लेबाज हैं पूरन
पूरन ने साल 2016 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया था।
उन्होंने 106 टी-20 मैचों की 97 पारियों में 26.14 की औसत और 136.39 की स्ट्राइक रेट से 2,275 रन बनाए हैं।
इस दौरान उन्होंने 13 अर्धशतक भी जड़े हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 98 रन का रहा है।
वह वेस्टइंडीज की ओर से टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनके बाद इस सूची में क्रिस गेल (1,899) हैं।
वनडे करियर
पूरन ने खेले 61 वनडे अंतरराष्ट्रीय
पूरन ने वेस्टइंडीज की ओर से 61 वनडे मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने 39.66 की औसत और 99.15 की स्ट्राइक रेट के साथ 1,983 रन बनाए।
इस बीच उन्होंने 3 शतक और 11 अर्धशतक बनाए हैं।
इस प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर 118 रन रहा है।
दूसरी तरफ गेंदबाजी में वह 6 विकेट भी ले चुके थे। वह विकेटकीपिंग भी कर चुके हैं।
उन्होंने वेस्टइंडीज से कोई टेस्ट नहीं खेला।
कप्तानी
कैसी रही थी पूरन की कप्तानी?
अप्रैल 2022 में कीरोन पोलार्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
इसके बाद मई 2022 में पूरन को वनडे और टी-20 टीमों का पूर्णकालिक कप्तान बनाया गया था।
उन्होंने कुल 17 वनडे अंतरराष्ट्रीय में वेस्टइंडीज की कमान संभाली, जिसमें से सिर्फ 4 में टीम जीत (हार-13) सकी थी।
वहीं 23 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उनकी अगुवाई में वेस्टइंडीज ने सिर्फ 8 ही टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच जीते जबकि 14 में उन्हें हार (बेनतीजा-1) मिली थी।