सचिन तेंदुलकर के नाम पर रखा गया मकड़ी की इस नई प्रजाति का नाम
क्रिकेट के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर भले ही खेल से छह साल पहले ही संन्यास ले चुके हैं, लेकिन वह कई कारणों से हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर इस खेल को खेलने वाले सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं। मकड़ियों के वर्गीकरण में डॉक्टरेट कर रहे एक रिसर्च छात्र ने अब दो नई खोज की गई मकड़ियों की प्रजाति का नाम सचिन के नाम पर रखने का फैसला किया है। आइए जानें।
सचिन के नाम पर पड़ा मकड़ी का नाम
ध्रुव प्रजापति को टाइम्स ऑफ इंडिया ने कोट करते हुए लिखा, "मैंने एक मकड़ी का नाम मरेंगो सचिनतेंदुलकर रखा है क्योंकि सचिन मेरे पसंदीदा क्रिकेटर रहे हैं।" दूसरी जाति का नाम समत कुरिआकोसे एलियास छवारा के नाम पर रखा गया है। उन्होंने आगे बताया, "दूसरा नाम संत कुरिआकोसे एलियास छवारा के नाम पर रखा गया है जिन्होंने केरल में शिक्षा के लिए जागरुकता फैलाने का काम किया था।"
ध्रुव प्रजापति के बारे में अहम जानकारियां
गुजरात यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे ध्रुव ने वहीं पर मकड़ियों की खोज करनी शुरु की और अब तक 77 अलग-अलग जातियों की खोज कर चुके हैं। उन्होंने मकड़ियों की छह नई जाति की खोज करने में भी सफलता हासिल की है जिसमें से एक का नाम उन्होंने हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर ट्रोपिजोडियम कलामी रखा है। उन्होंने रिपोर्ट किया कि ये सारी जातियां गुजरात से ही हैं।
ध्रुव ने 2016 में जीता था युवा प्रकृतिवादी का अवार्ड
2016 में ध्रुव ने एशिया अभ्यारण्य द्वारा युवा प्रकृतिवादी का प्रतिष्ठित अवार्ड हासिल किया था। यह वन्य जीवन में भारत के सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड्स में से एक है। वह केरल के सैक्रेड हर्ट्स कॉलेज में सीनियर रिसर्च फेलो थे।
इन बड़े सम्मानों को अपने नाम कर चुके हैं तेंदुलकर
जुलाई में तेंदुलकर को लंदन में एक इवेंट के दौरान ICC की हाल ऑफ फेम में शामिल किया गया था। वह हाल ऑफ फेमर बनने वाले छठे भारतीय क्रिकेटर बने थे। 1994 में उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उन्हें 1999 में पद्मश्री और 2008 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। 2014 में तेंदुलकर को भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था।