
नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तानी अरशद नदीम को बुलाने पर जवाब दिया, बोले- मेरे लिए देश पहले
क्या है खबर?
भारतीय एथलीट और ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने क्लासिक भाला फेंक टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम को बुलाया था, जिस पर उनको काफी ट्रोल किया गया।
इसके बाद नीरज ने शुक्रवार सुबह एक्स पर अपना लंबा बयान जारी किया। अंग्रेजी में दिए गए बयान में उन्होंने लिखा है कि नदीम को आमंत्रित करने के फैसले के बाद उनको काफी गालियां मिली और परिवार को घसीटा गया।
उन्होंने कहा कि उनके लिए हर मायने में देश पहले है।
बयान
नीरज चोपड़ा ने क्या कहा?
नीरज चोपड़ा ने अपने बयान में लिखा, "मैं आमतौर पर कम बोलने वाला व्यक्ति हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं जो गलत समझता हूं उसके खिलाफ नहीं बोलूंगा। खासकर तब जब बात हमारे देश के प्रति मेरे प्यार और मेरे परिवार के सम्मान और प्रतिष्ठा पर सवाल उठाने की हो। अरशद नदीम को नीरज चोपड़ा क्लासिक में प्रतिस्पर्धा के लिए आमंत्रित करने के मेरे फैसले के बारे में बहुत चर्चा हुई, इसमें अधिकांश नफरत और गाली-गलौज ही है।"
बयान
पहलगाम हमले के बाद अरशद की मौजूदगी का सवाल ही नहीं- नीरज
नीरज ने आगे लिखा, "उन्होंने मेरे परिवार को भी नहीं छोड़ा। मैंने अरशद को जो निमंत्रण दिया वह एक एथलीट की ओर से दूसरे एथलीट को था। क्लासिक का उद्देश्य भारत में सर्वश्रेष्ठ एथलीटों को लाना था। पहलगाम में आतंकवादी हमलों से 2 दिन पहले, सभी एथलीटों को निमंत्रण भेजा था। पिछले 48 घंटों में जो कुछ भी हुआ, उसके बाद क्लासिक में अरशद की मौजूदगी का सवाल ही नहीं उठता। मेरा देश और उसके हित हमेशा सबसे पहले रहेंगे।"
चिंता
नीरज ने चिंता जताई
नीरज ने कहा कि पहलगाम हमले को लेकर पूरे देश के साथ वह भी बहुत गुस्से में हैं। उन्होंने कहा कि लोग ठोस कारण जाने उनको और उनके परिवार को निशाना बना रहे हैं।
उन्होंने मीडिया के एक वर्ग के बारे में कहा कि उनके बारे में झूठी कहानियां गढ़ी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि एक साल पहले उनकी मां की मासूम टिप्पणी पर लोक तारीफ कर रहे थे, वे आज उसी बयान के लिए निशाना साध रहे हैं।