
पहलवान बजरंग पूनिया को लगा झटका, NADA ने अस्थाई तौर पर किया निलंबित
क्या है खबर?
भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया को बड़ा झटका लगा है। उन्हें नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है।
बजरंग ने मार्च में सोनीपत में आयोजित हुए राष्ट्रीय ट्रायल्स के दौरान अपना डोप सैम्पल नहीं भेजा था। इसी कारण उन पर यह बड़ी कार्रवाई हुई है।
जब तक उनका निलंबन नहीं हटाया जाता है, वह किसी भी टूर्नामेंट या ट्रायल में भाग नहीं ले पाएंगे।
आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
मामला
क्या है पूरा मामला?
इसी साल 10 मार्च को NADA ने बजरंग को अपना सैम्पल देने को कहा था। हालांकि, पहलवान ने ऐसा नहीं किया। इसके बाद NADA ने इसकी जानकारी वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) को दी।
इसके बाद दोनों ने मिलकर बजरंग के खिलाफ नोटिस जारी किया और उनसे जवाब मांगा कि आखिरी उन्होंने टेस्ट देने से इनकार क्यों किया?
अब जब बजरंग इसका जवाब देंगे, तब जाकर सुनवाई की तारीख तय की जाएगी और इस पर निर्णय किया जाएगा।
विवाद
विवादों से बजरंग का है पुराना नाता
बजरंग, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के साथ उन पहलवानों में शामिल थे, जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था।
बता दें कि ट्रायल में बजरंग से उनके पेशाब का नमूना देने को कहा गया था।
इस साल पेरिस ओलंपिक होने वाला है। ऐसे में बजरंग जल्द से जल्द इस पूरे मामले को खत्म करना चाहेंगे। 7 मई तक उन्हें लिखित स्पष्टीकरण देना है।
बयान
पूरे मामले में बजरंग ने क्या कहा?
इस पूरे मामले पर बजरंग ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, "मैंने कभी भी NADA अधिकारियों को सैम्पल देने से इनकार नहीं किया है। उन्होंने मेरा सैम्पल लेने के लिए एक्सपायरी किट भेजी थी, उन लोगों के खिलाफ क्या कदम उठाए गए और क्या कार्रवाई हुई, उसका जवाब आप पहले दे दीजिए और फिर मेरा डोप टेस्ट ले लीजिए।
उन्होंने आगे कहा, "मेरे वकील विदुष सिंघानिया आपके पत्र का जवाब समय अनुसार दे देंगे।"
उपलब्धि
ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों में भी पदक जीत चुके हैं बजरंग
बजरंग ने पिछले साल खेले गए टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक हासिल किया था। उन्होंने कजाकिस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हराते हुए कांस्य पदक जीता था।
इसी तरह पिछले महीने राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। यह इन खेलों में बजरंग का लगातार दूसरा स्वर्ण था। बर्मिंघम खेलों में बजरंग ने अपने सभी मुकाबले आसानी से जीते थे।
इसके अलावा बजरंग कुश्ती के हर छोटी से लेकर बड़ी स्पर्धा में पदक जीत चुके हैं।