बल्लेबाजी पर ध्यान लगाने के लिए टेस्ट में विकेटकीपिंग छोड़ना चाहते हैं मुशफिकुर रहीम
बांग्लादेश के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपिंग छोड़ना चाहते हैं जिसके कि वह अपनी बल्लेबाजी पर ज़्यादा ध्यान लगा सकें और साथ ही अपने करियर को और लंबा कर सकें। सीनियर क्रिकेटर को लगता है कि फिलहाल उनके ऊपर काफी ज़्यादा जिम्मेदारी है। रहीम बांग्लादेश के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलने के अलावा घरेलू टी-20 लीग्स में भी खेल रहे हैं।
टेस्ट में विकेटकीपिंग करने का इच्छुक नहीं हूं- रहीम
मुशफिकुर के मुताबिक गेम में उनके लिए चीजें काफी ओवरलोड हो जा रही हैं। उन्होंने कहा, "मैं टेस्ट में विकेटकीपिंग करने का इच्छुक नहीं हूं। आने वाले दिनों में कई मैच खेलने हैं और मैं सभी फॉर्मेट में खेलता हूं। इंटरनेशनल क्रिकेट के अलावा मैं ढाका प्रीमियर लीग (DPL) और बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) में भी खेलता हूं। सभी चीजों को देखने पर मुझे लग रहा है कि चीजें काफी ओवरलोड हैं।"
रहीम ने कोच को बता दिया है अपना निर्णय
क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में विकेटकीपिंग नहीं करने के अपने फैसले को रहीम ने हेड कोच रसेल डमिंगो को बता दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कोच ने टीम मैनेजमेंट के अन्य सदस्यों से बात करके हामी भर दी है।
टी-20 और टेस्ट सीरीज़ के लिए भारत आने वाली है बांग्लादेशी टीम
बता दें कि अगले महीने 3 नवंबर से बांग्लादेश और भारत के बीच तीन मैचों की टी-20 और दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेली जाएगी। टी-20 सीरीज़ के मैच पहला टी-20- 3 नवंबर (दिल्ली) दूसरा टी-20- 7 नवंबर (राजकोट) तीसरा टी-20- 10 नवंबर (नागपुर) टेस्ट सीरीज़ के मैच पहला टेस्ट- 14-18 नवंबर (इंदौर) दूसरा टेस्ट- 22-26 नवंबर (कोलकाता)
रहीम ने बताया अपने निर्णय के पीछे का कारण
उन्होंने कहा कि वर्कलोड को कम करने के सबसे सही तरीका है विकेटकीपिंग छोड़ देना। "मैं केवल एक काम कर सकता हूं और वो है वर्कलोड कम करना और यह टेस्ट में विकेटकीपिंग छोड़ने से होगी।"