IPL 2019: पांचवी बार फाइनल में पहुंची MI, एक नज़र मुंबई के पिछले फाइनल मैचों पर
IPL 2019 के पहले क्वालीफायर मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सपर किंग्स को 6 विकेट से हरा कर पांचवी बार इस लीग के फाइनल में जगह बना ली है। इससे पहले मुंबई इडियंस 2010, 2013, 2015 और 2017 में फाइनल खेल चुकी है, जिसमें तीन बार MI खिताब पर कब्जा जमाने में कामयाब हुई है। आज हम आपको बताते हैं कि अब तक मुंबई का फाइनल मुकाबलो में कैसा रहा प्रदर्शन।
2010 में फाइनल में चेन्नई से हारी थी मुंबई
IPL 2010 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में पहली बार मुंबई इंडियंस ने फाइनल मुकाबले में जगह बनाई थी। इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवरों में 168 रन बनाए थे। जिसके जवाब में मुंबई 9 विकेट के नुकसान पर 146 रन ही बना पाई थी। चेन्नई के लिए इस मैच में सुरेश रैना ने 57 रनों की नाबाद पारी खेली थी और उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' का खिताब दिया गया था।
2013 में पहली बार मुंबई ने जीता था खिताब
IPL 2013 में पहली बार रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने इस लीग का खिताब जीता था। इस मैच में मुंबई ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए चेन्नई के सामने 149 रनों का लक्ष्य रखा था। जिसके जवाब में चेन्नई 9 विकेट के नुकसान पर 125 रन ही बना पाई थी। इस मैच में मुंबई के लिए कीरन पोलार्ड ने 32 गेंदो में 60* रनों की पारी खेली थी। वहीं मलिंगा, जॉनसन और हरभजन ने 2-2 विकेट लिए थे।
2015 में एक बार फिर CSK के खिलाफ मुंबई ने जीता था फाइनल मुकाबला
IPL 2015 के फाइनल में मुंबई ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 202 रन बनाए थे। जिसके जवाब में चेन्नई 8 विकेट के नुकसान पर 161 रन ही बना पाई थी। मुंबई के लिए इस मैच में सिमंस (68) और रोहित शर्मा (50) ने शानदार अर्धशतकीय पारियां खेली थी। गेंदबाजी में मुंबई के लिए मैक्लेंघन ने 3 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं मलिंगा और हरभजन ने 2-2 विकेट लिए थे।
2017 में पुणे के खिलाफ मिली थी जीत
IPL 2017 में मुंबई इंडियंस ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ तीसरी बार इस लीग के खिताब को अपने नाम किया था। इस मैच में मुंबई ने पहले खेलते हुए 129 रन बनाए थे। जिसके जवाब में पुणे 6 विकेट के नुकसान पर 128 रन ही बना पाई थी। मुंबई के लिए इस मैच में मिचेल जॉनसन ने 4 ओवर में 26 रन देकर तीन विकेट लिए थे और आखिरी ओवर में मुंबई को 1 रन से जीत दिलाई थी।