एमएसके प्रसाद ने अंबाती रायडू के विश्व कप 2019 चयन संबंधी आरोपों का किया खंडन
क्या है खबर?
भारत के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने अंबाती रायडू के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
रायडू हाल ही में कहा था कि उन्हें वनडे विश्व कप 2019 टीम में नहीं चुना गया था क्योंकि चयन समिति के सदस्यों में से एक के साथ उनका विवाद था।
रायडू परोक्ष रूप से तत्कालीन मुख्य राष्ट्रीय चयनकर्ता प्रसाद पर कटाक्ष कर रहे थे, जिनके नेतृत्व में वह 2005-06 में आंध्र प्रदेश के लिए खेले थे।
आइए पूरा मामला जानते हैं।
बयान
व्यक्तिगत पक्षपात के लिए कोई जगह नहीं- प्रसाद
प्रसाद ने अब इस मामले पर खुलकर बात करते हुए अपना पक्ष रखा है। इंडिया टीवी से बातचीत में प्रसाद ने कहा, "विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम चुनते समय व्यक्तिगत पक्षपात के लिए कोई जगह नहीं थी।"
उन्होंने यह भी कहा, "एक चयनकर्ता के लिए कमरे में एक कप्तान सहित अन्य लोगों के साथ निर्णय लेना असंभव होता है। एक टीम का चयन करते समय कई बातों का ध्यान रखना होता है।"
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एक चयनकर्ता का कथित पूर्वाग्रह चयन के परिणाम को प्रभावित नहीं कर सकता
पूर्व मुख्य चयनकर्ता ने कहा, "राष्ट्रीय टीम के चयन के रास्ते में किसी भी तरह से व्यक्तिगत पक्षपात आड़े नहीं आ सकता है। एक चयनकर्ता का कथित या कथित पूर्वाग्रह चयन के परिणाम को प्रभावित नहीं कर सकता है क्योंकि चयन बैठक में पांच अन्य होंगे।"
उन्होंने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा, "प्रत्येक चयन या गैर-चयन एक सामूहिक निर्णय होता है। इसमें एक आदमी की मनमानी का प्रश्न ही नहीं उठता है।"
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प्रसाद की नेतृत्व वाली समिति थे ये लोग
प्रसाद के कार्यकाल के दौरान चयन समिति में तब अन्य सदस्यों के रूप में देवांग गांधी, गगन खोड़ा, सरनदीप सिंह और जतिन परांजपे थे।
हालांकि, प्रसाद ने यह नहीं बताया कि रायडू के चयन को लेकर बैठक में वास्तव में क्या चर्चा हुई थी।
उन्होंने इस बारे में केवल इतना ही कहा, "अब बैठक की बात को सार्वजनिक करना अनैतिक काम होगा और वैसे भी अब उन बातों का कोई महत्व नहीं है।"
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हाल ही में रायडू ने प्रसाद पर लगाए गंभीर आरोप
जहां तक रायुडू का सवाल है, हाल ही में एक तेलुगु टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि अगर चयनकर्ताओं ने उनकी जगह एक विशेषज्ञ बल्लेबाज को चुना होता तो उन्हें कोई समस्या नहीं होती।
लेकिन तथ्य यह है कि उन्होंने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए एक ऑलराउडंर खिलाड़ी को चुना।
रायडू का इशारा विजय शंकर की ओर था जिन्हें उन पर वरीयता देते हुए टीम में जगह दी गई थी।
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विशेषज्ञ बल्लेबाज को चुना जाता तो बेहतर होगा- रायडू
रायडू ने कहा था, "टीम को नंबर 4 पर एक विशेषज्ञ बल्लेबाज की जरूरत थी। उस आवश्यकता को पूरा करने कि बजाय एक ऑलराउंडर के लिए जाने से टीम को नुकसान हुआ।"
उन्होंने आगे कहा, "अगर उन्होंने अजिंक्य रहाणे या किसी अन्य अनुभवी बल्लेबाज को लिया होता, तो यह समझ में आता। नंबर 4 के बल्लेबाज की जरूरत एक छोर को रोकने और स्थिति के आधार पर रन बनाने के लिए होती है।"