धोनी के दोस्त का खुलासा, संन्यास के नाम पर गुस्सा हो जाते हैं माही
क्या है खबर?
आज पूरा देश 2011 में भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा जीते गए विश्व कप खिताब की यादों को ताजा करने में लगा है।
इस विश्व कप को भारत ने महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी और पूरे टीम के एकजुट प्रदर्शन के दम पर जीता था।
पिछले नौ महीनों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे धोनी के भविष्य को लेकर तमाम तरह की बातें हो रही हैं।
अब उनके दोस्त ने उनके भविष्य को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
खुलासा
संन्यास की बात पर गुस्सा होते हैं माही- दोस्त
ABP न्यूज़ के अनुसार धोनी के करीबी मित्र ने कहा, "संन्यास के बारे में पूछने पर माही गुस्सा करते हैं। उन्हें अब भी लगता है कि वह देश के सबसे तेज और बेहतर विकेटकीपर हैं। पिछले कुछ महीनों में उन्होंने कड़ी मेहनत भी की है।"
उन्होंने यह भी कहा कि जब धोनी को सपोर्ट करने वाला कोई नहीं था तब तो उन्होंने चांस लिया ही था और अब करोड़ों लोगों का प्यार होने के बाद वह जरूर चांस लेंगे।
संन्यास
हाल ही में आई थी धोनी के संन्यास की खबरें
28 मार्च को स्पोर्ट्सकीड़ा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था धोनी इसी साल संन्यास लेने का फैसला कर चुके हैं।
यह भी कहा गया था कि 38 साल के हो चुके धोनी अब भारतीय टीम के लिए नहीं खेलना चाहते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक धोनी ने अपने परिवार और करीबी दोस्तों को बता दिया है कि वह अब भारत के लिए दोबारा नहीं खेलेंगे, लेकिन IPL में 2-3 साल तक खेलते रहेंगे।
भारतीय टीम
एक झटके में टीम से बाहर हो गए धोनी
2019 विश्व कप तक भारतीय क्रिकेट टीम का अटूट हिस्सा रहने वाले धोनी एक झटके में टीम से दूर हो गए हैं।
लगभग नौ महीनों से धोनी ने भारत के लिए कोई मुकाबला नहीं खेला है और उन्हें BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया है।
इस बीच चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत को उनका विकल्प बताया और लगातार उन्हें मौका देते रहे।
BCCI और चयनकर्ता भी धोनी की उपलब्धता को लेकर श्योर नहीं हैं।
सफर
ऐसा रहा है धोनी का इंटरनेशनल सफर
दिसंबर 2004 में इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले धोनी को सितंबर 2007 में ही भारत का कप्तान बनने का मौका मिला था।
उन्होंने 2007 में अपनी कप्तानी में भारत को टी-20 विश्व कप जिताया। इसके बाद टीम से सीनियर खिलाड़ी सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ की विदाई हो गई।
कुछ ही समय में धोनी को वनडे टीम की कप्तानी भी मिल गई और अनिल कुंबले के जाने के बाद से वह तीनो फॉर्मेट में टीम के कप्तान बन गए।