एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा नो बॉल फेंकने वाली टीमों पर एक नजर
क्रिकेट के सबसे शानदार प्रारूप में टेस्ट क्रिकेट आता है। इस प्रारूप में बल्लेबाज अपनी पारी को बनाने में जितनी भी इच्छा हो गेंदें ले सकता है। ऐसे में नो बॉल डालना किसी भी गेंदबाज के लिए जुर्म के समान होता है। अगर उस नो बॉल पर विकेट गिर जाए तो ऐसा लगता है कि गेंदबाज से उसकी जान छीन ली गई हो। आइए जानते हैं कि 1 टेस्ट में सबसे ज्यादा नो बॉल फेंकने वाली टीमें कौन सी हैं?
वेस्टइंडीज और पाकिस्तान (103 नो बॉल)
साल 1977 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर गई थी। सीरीज का पहला टेस्ट ब्रिजटाउन में खेला गया था। इस मुकाबले में चारों पारियों को मिलाकर 1,398 रन बने थे और 38 विकेट गिरे थे। दोनों टीमों ने 395.2 ओवर गेंदबाजी की थी और 103 नो बॉल फेंक दिए थे। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह एकमात्र मैच है, जिसमें 100 से ज्यादा नो बॉल गेंदें फेंकी गई थी। यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज (90 नो बॉल)
इस सूची में दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम है। साल 1988 में वेस्टइंडीज की टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई थी। टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला पर्थ में खेला गया था। इस मैच में 4 पारियों को मिलाकर 1,427 रन बने थे। दोनों टीमों के गेंदबाजों ने 384.4 ओवर गेंदबाजी की थी और 36 विकेट झटके थे। मुकाबले में 90 नो बॉल फेंकी गई थी और कंगारू टीम को 169 रनों से हार मिली थी।
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड (81 नो बॉल)
तीसरे स्थान पर एक बार फिर वेस्टइंडीज की टीम है और उनके सामने इस बार इंग्लैंड क्रिकेट टीम थी। साल 1994 में इंग्लैंड वेस्टइंडीज के दौरे पर गई थी। सीरीज का चौथा टेस्ट मैच ब्रिजटाउन में खेला गया था। उस मुकाबले में 393.2 ओवर गेंदबाजी हुई थी और 81 नो बॉल फेंकी गई थी। चारों पारियों को मिलाकर 1,290 रन बने थे और गेंदबाजों ने 37 विकेट झटके थे। इंग्लैंड को इस मैच में 208 रन से जीत मिली थी।
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड (79 नो बॉल)
चौथे स्थान पर भी वेस्टइंडीज और इंग्लैंड हैं। यह मुकाबला भी ब्रीजटाउन में ही खेला गया था। साल 1974 में खेले गए इस मैच में 3 पारियां खेली गईं थी और 1,268 रन बने थे। गेंदबाजों ने इस मुकाबले में 425.1 ओवर गेंदबाजी की थी और 79 नो बॉल फेंकी गई थी। इस मैच में 25 विकेट गिरे थे। यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। वेस्टइंडीज के बल्लेबाज लॉरेंस रोवे ने इस मैच में तीहरा शतक (302) जड़ा था।