बबल की परेशानी: टी-20 विश्व कप के बाद आराम ले सकते हैं सीनियर भारतीय खिलाड़ी
टी-20 विश्व कप शुरु होने में अधिक समय नहीं बचा है। भारत और न्यूजीलैंड के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत 10 दिन बाद हो जाएगी और दोनों ही टीमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगी। यह टूर्नामेंट समाप्त होते ही भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलनी है। बॉयो-बबल की परेशानियों को देखते हुए अधिकतर सीनियर भारतीय खिलाड़ियों को कीवी टीम के खिलाफ टी-20 सीरीज में आराम दिया जा सकता है।
सीनियर खिलाड़ियों को दिया जा सकता है ब्रेक- सूत्र
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एक करीबी सूत्र ने बताया कि अधिकतर सीनियर भारतीय खिलाड़ी लगातार तीन बबल में लगभग चार महीने बिता चुके हैं। उन्होंने आगे कहा, "संभवतः टी-20 विश्व कप के बाद आप चाहेंगे कि इन खिलाड़ियों को आराम दिया जाए ताकि वे दिसंबर के अंत में शुरु हो रहे दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए खुद को फ्रेश रख सकें।" विराट कोहली, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को ब्रेक की सख्त जरूरत है।
जून से ही बबल में हैं भारतीय खिलाड़ी
भारत के अधिकतर सीनियर खिलाड़ी जून से ही बबल का हिस्सा हैं। टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद भारतीय टीम ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेली थी। इंग्लैंड में बबल में अधिक कड़ाई नहीं थी और इसी कारण सीरीज का अंतिम टेस्ट भी रद्द करना पड़ा था। इंग्लैंड से भारतीय खिलाड़ी सीधे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के बबल में आए हैं और अब यहां से सीधे टी-20 विश्व कप के बबल में प्रवेश करेंगे।
अय्यर की अगुवाई में खेल सकती है युवा भारतीय टीम
कोहली टी-20 विश्व कप के बाद टी-20 फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने वाले हैं और यदि रोहित शर्मा को भी आराम दिया जाता है तो फिर श्रेयस अय्यर की कप्तानी में युवा टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में उतारा जा सकता है। रुतुराज गायकवाड़, आवेश खान और वेंकटेश अय्यर जैसे युवा खिलाड़ियों के लिए यह शानदार अवसर हो सकता है। जुलाई में शिखर धवन की अगुवाई में दूसरे दर्जे की भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज खेली थी।
द्रविड़ को बनाया जा सकता है अंतरिम कोच
टी-20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो रहा है और बोर्ड उनके विकल्प की तलाश में है। बोर्ड के हिसाब से स्थाई विकल्प की खोज में अधिक समय लगेगा और ऐसे में वे राहुल द्रविड़ को अंतरिम कोच बनाने पर विचार कर रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक द्रविड़ को स्थाई कोच बनने का ऑफर दिया गया था, लेकिन द्रविड़ ने इस ऑफर को ठुकरा दिया है क्योंकि वह अधिक यात्रा नहीं करना चाहते हैं।