वनडे क्रिकेट: सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले भारतीय खिलाड़ियों पर एक नजर
भारतीय क्रिकेट टीम हाल ही में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ वनडे सीरीज खेली। इस सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी बेहद खराब रही। रोहित शर्मा को छोड़कर और कोई भी बल्लेबाज 1 अर्धशतक भी नहीं लगा पाया। भारतीय टीम सीरीज 2-0 से हारी। अब भारतीय टीम अगली वनडे सीरीज साल 2025 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेलेगी। ऐसे में आइए वैसे बल्लेबाजों के बारे में बताते हैं जो भारत के लिए सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट हुए हैं।
सचिन तेंदुलकर- (20)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर वनडे क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट हुए हैं। उन्होंने अपने करियर में 463 वनडे खेले हैं और 20 बार खाता खोले बिना पवेलियन लौटे हैं। उनके बल्ले से 44.83 की औसत से 18,426 रन भी निकले हैं। तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में 49 शतक और 96 अर्धशतक भी जड़े थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 200* रन रहा था।
जवागल श्रीनाथ- (19)
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ इस मामले में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने अपना पहला वनडे मुकाबला साल 1991 में खेला था। आखिरी बार वह 2003 में खेलते हुए नजर आए थे। श्रीनाथ ने 229 मुकाबले खेले थे और 19 बार खाता खोले बिना पवेलियन लौटे थे। उन्हें सिर्फ 121 पारियों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला था। इस खिलाड़ी ने 883 रन बनाए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 53 रन रहा था।
अनिल कुंबले- (18)
भारत के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले इस मामले में संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने भारत के लिए 269 वनडे मैच खेले थे और 18 बार खाता खोले बिना पवेलियन लौटे थे। उनके बल्ले से 134 पारियों में 903 रन निकले थे। वह अपने वनडे करियर में 1 भी शतक या अर्धशतक लगाने में कामयाब नहीं हो पाए थे और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर सिर्फ 18 रन था। कुंबले 47 मुकाबलों में नाबाद भी रहे थे।
युवराज सिंह- (18)
भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह इस मामले में संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं। कुंबले की तरह यह भी खिलाड़ी अपने वनडे करियर में 18 बार खाता खोले बिना पवेलियन लौटा है। युवराज ने 301 मुकाबले खेले थे और इसकी 275 पारियों में 39 बार नाबाद रहते हुए 8,609 रन बनाए थे। उनकी औसत 36.47 की रही थी। उनके बल्ले से 53 अर्धशतक और 14 शतक निकले थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 150 रन था।