
एशिया कप टूर्नामेंट इतिहास के सबसे विवादास्पद क्षणों के बारे में जानिए
क्या है खबर?
क्रिकेट फैंस एशिया कप 2023 को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
टूर्नामेंट का आयोजन जो 30 अगस्त से 17 सितंबर तक पाकिस्तान और श्रीलंका में होगा। क्रिकेट फैंस इस साल के एशिया कप में गुणवत्तापूर्ण क्रिकेट की उम्मीद कर रहे हैं।
इस साल भी प्रशंसकों द्वारा माइंड गेम मजाक और स्लेजिंग देखी जा सकती है। अतीत में भी इस टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के बीच तकरार देखने को मिली है।
आइए टूर्नामेंट की कुछ विवादास्पद घटनाओं के बारे में जानते हैं।
#1
गौतम गंभीर बनाम कामरान अकमल (2010)
एशिया कप के 2010 संस्करण में भारत के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और पाकिस्तान के विकेटकीपर कामरान अकमल के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी।
34वां ओवर फेंक रहे सईद अजमल की बॉल पर अकमल ने अंपायर बिली बाइडेन से कैच की अपील की थी, लेकिन उसे नकार दिया गया।
अकमल की अपील पर गंभीर पूरी तरह नाराज दिखे और दोनों एक-दूसरे से बहस करने लगे।
अंपायरों और भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के हस्तक्षेप के बाद स्थिति को शांत किया।
#2
शोएब अख्तर बनाम हरभजन सिंह (2010)
एशिया कप 2010 में दांबुला में भारत और पाकिस्तान का आमना-सामना हुआ था।
टूर्नामेंट में बने रहने और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए यह मैच जीतना जरूरी था। मैच के अंतिम ओवर में शोएब अख्तर ने हरभजन सिंह को लगातार दो बाउंसर फेंके और इशारे किए।
इसके बाद हरभजन और शोएब ने एक-दूसरे के खिलाफ कटाक्ष शुरू कर दिए। इतना ही नहीं दोनों खिलाड़ियों के बीच मौखिक बहस खेल के अंत तक जारी रही।
#3
असगर अफगान बनाम हसन अली (2018)
2018 एशिया कप में पाकिस्तान बनाम अफगानिस्तान मैच में हसन अली का असगर अफगान के साथ विवाद हुआ था।
33वें ओवर में हसन ने असगर को डराने की कोशिश की जिस पर असगर ने तीखी प्रतिक्रिया दी। इसके कुछ देर बाद असगर ने एक रन चुराते समय पाकिस्तान के तेज गेंदबाज से अपना कंधा टकराया।
मैच के बाद असगर और हसन पर ICC की आचार संहिता के स्तर-1 का उल्लंघन करने के लिए मैच फीस का 15% जुर्माना लगाया गया।
#4
आसिफ अली बनाम फरीद अहमद (2022)
एशिया कप 2022 में शारजाह में खेले गए अफगानिस्तान और पाकिस्तान मैच के दौरान एक बार फिर माहौल गर्मा गया था।
पाकिस्तान की ओर से बल्लेबाजी करते हुए आसिफ अली मैच में फरीद अहमद के हाथों आउट होने के बाद भड़क गए थे। आसिफ और फरीद के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अंपायरों और अन्य अफगान खिलाड़ियों ने हस्तक्षेप करके दोनों खिलाड़ियों को शांत कराया।