ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर का खुलासा, 2017 में इस कारण करना चाहते थे आत्महत्या
पिछले कुछ सालों में तमाम क्रिकेटर्स ने मानसिक समस्या से गुजरने की बात का खुलासा किया है। ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मोइसेस हेनरिक्स भी अब उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं, लेकिन उन्होंने जो खुलासा किया है वह काफी चौंकाने वाला है। हेनरिक्स ने बताया कि 2017 में एक समय ऐसा आया था जब वह आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे थे, लेकिन अपनों के प्यार के कारण उनके कदम रुक गए।
तेज रफ्तार में अपनी कार को पोल से लड़ा देना चाहता था- हेनरिक्स
हेनरिक्स ने एक पोडकास्ट में कहा कि तस्मानिया के खिलाफ शेफील्ड शील्ड के मुकाबले में वह रन नहीं बना सके थे और उनकी टीम मुश्किल परिस्थिति में थी। उन्होंने आगे कहा, "मैं घर जा रहा था और अपनी कार को 110 की स्पीड में चला रहा था। मैं लगातार सोच रहा था कि यदि मैं अपनी कार को पोल में लड़ा दूं तो क्या होगा। फिर मुझे लगा कि ऐसा करना मेरे चाहने वालों के लिए अच्छा नहीं होगा।"
मेरा पूरा शरीर कांप रहा था- हेनरिक्स
हेनरिक्स ने आगे कहा, "मैं अपनी टीम को 10 खिलाड़ियों के साथ नहीं छोड़ना चाहता था। मैं इतना तेज रो रहा था कि मेरा पूरा शरीर कांप रहा था। मैंने खुद को किसी तरह रोक लिया और मुझे पांच मिनट का समय लगा।"
मेरे अंदर दिख रहा था अवसाद का हर लक्षण- हेनरिक्स
हेनरिक्स ने कहा कि उनके लिए वह दौर इतना बुरा था कि चार हफ्तों के भीतर उनका 10 किलो का वजन कम हो गया था। उन्होंने बताया, "यदि आप गूगल पर अवसाद के लक्षण देखेंगे तो वहां दिखने वाले हर लक्षण मुझे मेरे अंदर दिख रहा था। मैंने चार हफ्तों के भीतर 10 किलो वजन खोया था। मैं चार हफ्तों के भीतर 98 से 88 किलो का हो गया था।"
2017 में आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले थे हेनरिक्स
ऑस्ट्रेलिया के लिए भविष्य के खिलाड़ी माने जा रहे ऑलराउंडर हेनरिक्स ने 2017 में ही आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के लिए कोई मुकाबला खेला था। वह अब तक 11 टी-20 में 159 और 11 वनडे में 81 रन बना चुके हैं। टी-20 में उन्होंने चार और वनडे में सात विकेट लिए हैं। उन्होंने चार टेस्ट में 164 रन बनाने के अलावा दो विकेट लिए हैं। हेनरिक्स ने 2017 में आखिरी बार IPL भी खेला था।
मानसिक समस्या से जूझने वाले अन्य ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स
मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने पिछले साल अक्टूबर में अनिश्चित समय के लिए क्रिकेट से ब्रेक लिया था। हालांकि, दो महीने के भीतर ही उन्होंने वापसी की थी और बिग बैश लीग में हिस्सा लिया था। ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज विल पुवोस्व्की ने नेशनल टीम में जगह बनाने के बाद क्रिकेट से ब्रेक लिया था। शॉन टैट ने भी 24 साल की उम्र में ही क्रिकेट से ब्रेक ले लिया था।