सिडनी टेस्ट: सिराज पर फिर हुई भद्दी टिप्पणियां, मैदान से बाहर किए गए दर्शक
सिडनी में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में शुरु हुआ नस्लीय टिप्पणियों का विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। चौथे दिन दूसरे सेशन की समाप्ति से पहले मोहम्मद सिराज ने मैदानी अंपायर्स से शिकायत की थी। सिराज की शिकायत के बाद मैच को रोका गया था। अंपायर्स और सिक्योरिटी के लोग उन लोगों को खोज रहे थे जिन्होंने सिराज पर टिप्पणी की थी। बाद में लगभग छह लोगों को मैदान से बाहर किया गया।
इस तरह का रहा पूरा घटनाक्रम
चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया 301/5 का स्कोर बना चुकी थी और सिराज अपना ओवर पूरा करने के बाद बाउंड्री पर फील्डिंग करने गए थे। थोड़ी ही देर बाद सिराज ने अंपायर से आकर शिकायत की और फिर कप्तान अजिंक्या रहाणे समेत पूरी भारतीय टीम इकट्ठा हो गई। अंपायर्स ने उस स्टैंड की तरफ जाकर देखा जहां से सिराज पर टिप्पणी हुई थी। सिक्योरिटी के लोग भी लगातार टिप्पणी करने वालों को खोज रहे थे जिसके कारण मैच रुका हुआ था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जारी किया अपना बयान
ANI के मुताबिक क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा, "शनिवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में कुछ दर्शकों द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम पर कथित नस्लीय टिप्पणी के बारे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हर तरह के बुरे व्यवहार के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस रखती है।" आपको बता दें कि भारतीय दल ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ही अंपायर्स से नस्लीय टिप्पणी की शिकायत की थी। भारतीय खिलाड़ियों और अंपायर्स के बीच लगभग पांच मिनट तक बात हुई थी।
छह लोगों को किया गया मैदान से बाहर
चौथे दिन के मामले के बाद क्रिकबज के मुताबिक लगभग छह लोगों को स्टैंड से उठाकर मैदान के बाहर कर दिया गया। इन लोगों को मैदान से बाहर किए जाने के बाद ही खेल शुरु हो सका था। CA के इंटिग्रिटी और सिक्योरिटी हेड सीन कैरोल ने कहा, "सीरीज होस्ट होने के कारण हम भारतीय क्रिकेट टीम के अपने दोस्तों से मांफी मांगते हैं। यकीन मानिए हम मामले को इसके अंत तक पहुंचाएंगे।"
13 साल पहले भी हुई थी ऐसी घटना
13 साल पहले भी ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच टेस्ट मैच नस्लीय टिप्पणी के विवाद में पड़ा था। एंड्रयू सायमंड्स ने आरोप लगाया था कि हरभजन सिंह ने उन्हें बंदर कहा है। पूर्व खिलाड़ी, बोर्ड और यहां तक दोनों देशों की सरकारें तक आमने-सामने हो गई थीं। हरभजन को तीन मैचों के लिए बैन किया गया था, लेकिन उन्हें आरोपों से मुक्त करके बैन हटा लिया गया था।