मिजोरम सरकार ने भारतीय महिला खिलाड़ी लालरेम्सियामी को मुख्य हॉकी कोच नियुक्त किया
टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य लालरेम्सियामी को मिजोरम खेल और युवा सेवा मंत्रालय ने ग्रुप-A अधिकारी के तौर पर मुख्य कोच नियुक्त किया है। बता दें महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन पदक से चूक गई थी। 21 वर्षीय लालरेम्सियामी मिजोरम की पहली महिला ओलंपियन हैं और वह टोक्यो खेलों में भी अपने राज्य की इकलौती खिलाड़ी थी। आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने दी जानकारी
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने बीते गुरुवार को यह जानकारी दी है। जोरामथांगा ने इस बारे में ट्वीट किया, "मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि मिजोरम सरकार ने राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और टोक्यो ओलंपिक में प्रदेश की इकलौती ओलंपियन लालरेम्सियामी को खेल और युवा सेवा विभाग के तहत मुख्य कोच के रूप में ग्रुप-A की नौकरी देने का फैसला किया है।"
मुख्यमंत्री जोरामथांगा का ट्वीट
25 अगस्त को अपने राज्य मिजोरम में पहुंचेंगी लालरेम्सियामी
लालरेम्सियामी 25 अगस्त को अपने राज्य मिजोरम में पहुंचेंगी। राज्य के खेल निदेशक लालसांगलियाना ने कहा कि 26 अगस्त को उनके सम्मान में वानापा हॉल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मिजोरम से लालरेम्सियामी पहली महिला ओलंपियन हैं। बता दें प्रदेश से आखिरी ओलंपियन तीरंदाज सी लालरेम्सांगा थे, जिन्होंने 1992 के बार्सीलोना ओलंपिक और 1996 के अटलांटा ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया था।
लालरेम्सियामी को राज्य सरकार ने 25 लाख रूपये देने की घोषणा की
इससे पहले लालरेम्सियामी के गृहनगर कोलासिब में उन्हें 691.85 वर्गमीटर का भूखंड भी आवंटित किया गया है। राज्य सरकार ने उन्हें 25 लाख रूपये का नकद पुरस्कार देने की भी घोषणा की थी, जिसमें से 10 लाख रूपये उनकी मां को दिये जा चुके हैं।
पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची थी महिला हॉकी टीम
क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराते हुए भारतीय महिलाओं ने पहली बार ओलंपिक सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई थी। सेमीफाइनल में अर्जेंटीना और कांस्य पदक के मैच में ग्रेट ब्रिटेन से हारकर टीम पदक से चूक गई थी। भारतीय महिलाओं के लिए यह केवल तीसरा ओलंपिक है। 1980 ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद भारतीय महिला टीम ने सीधे 2016 में ओलंपिक खेला था और 12वें स्थान पर रही थीं।