
2021 से महिला IPL का आयोजन करे BCCI- मिथाली राज
क्या है खबर?
दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड्स और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) महिला क्रिकेट को लगातार बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।
बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया (BCCI) ने भी अपने यहां महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए तमाम कदम उठाए हैं।
विमेंस टी-20 चैलेंज नाम से खेले जाने वाले टूर्नामेंट को महिला IPL के नाम से भी जाना जाता है।
इस महिला IPL को बड़े पैमाने पर कराने की मांग लगातार उठ रही है।
महिला IPL
2021 से महिला IPL का आयोजन देखना चाहती हैं मिथाली राज
भारतीय महिला टीम की वनडे कप्तान मिथाली राज ने BCCI से कहा कि है उन्हें 2021 से देश में महिला IPL का आयोजन कराना चाहिए।
उन्होंने कहा कि BCCI को महिला IPL का आयोजन कराने के लिए बहुत ज़्यादा समय तक इंतजार नहीं करना चाहिए।
हालांकि, उन्होंने भी इस बात को स्वीकार किया कि शुरुआत में लीग को छोटे स्तर पर आयोजित किया जा सकता है।
बयान
आप हमेशा इंतजार ही नहीं कर सकते हैं- मिथाली
मिथाली ने कहा, "मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि उन्हें अगले साल से महिला IPL का आयोजन कराना चाहिए। आप हमेशा इंतजार करते ही नहीं रह सकते हैं। आपको कभी ना कभी शुरुआत तो करनी ही होगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि पहले संस्करण में विदेशी खिलाड़ियों की संख्या ज़्यादा रखी जा सकती है और फिर लीग के आगे बढ़ने के साथ इस संख्या को चार किया जा सकता है।
BCCI
महिला IPL के प्रदर्शनी मैच करा चुकी है BCCI
आपको बता दें कि BCCI ने पिछले दो सालों में महिला IPL के प्रदर्शनी मुकाबलों का आयोजन किया है, लेकिन उनका कहना है कि पूरी लीग शुरु करने के लिए उन्हें समय चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया ने महिला बिग बैश लीग के पांच और इंग्लैंड ने महिला टी-20 लीग किया सुपर लीग के चार संस्करण आयोजित कर लिए हैं।
महिला IPL के पहले संस्करण में दो टीमें खेली थीं, लेकिन इस साल के लिए टीमों की संख्या चार कर दी गई है।
इंटरनेशनल करियर
महिला वनडे क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं मिथाली
मिथाली ने 1999 में भारतीय महिला टीम के लिए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था।
अब तक वह 209 वनडे में 6,888 रन बना चुकी हैं और सबसे ज़्यादा रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर हैं।
वनडे में वह सबसे ज़्यादा 53 अर्धशतक लगाने वाली क्रिकेटर भी हैं। पिछले साल टी-20 क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले वह 89 टी-20 में 2,364 रन बना चुकी हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में दो दशक पूरा करने वाली वह इकलौती महिला क्रिकेटर हैं।