इंटरनेशनल खिताब के बिना ही खत्म हो सकता है मेसी का इंटरनेशनल करियर, जानें कारण

अर्जेंटीना के सुपरस्टार लियोनल मेसी के लिए इंटरनेशनल ट्रॉफी की तलाश खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। विश्व कप 2018 के क्वार्टर फाइनल से बाहर हो जाने के बाद आज अर्जेंटीना कोपा अमेरिका के सेमीफाइनल में ब्राज़ील के खिलाफ हारकर बाहर हो गई है। इससे पहले अर्जेंटीना ने लगातार दो बार कोपा अमेरिका का फाइनल भी गंवाया था। जानें 5 कारण जो बताते हैं कि मेसी का करियर बिना इंटरनेशनल खिताब के ही खत्म हो सकता है।
2015 और 2016 में लगातार दो बार फाइनल में चिली के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में हार झेलने वाली अर्जेंटीना लंबे समय से इंटरनेशनल खिताब की खोज में है। 2020 में एक बार फिर कोपा अमेरिका का आयोजन होगा और एक बार फिर मेसी एंड कंपनी इंटरनेशनल खिताब जीतने की कोशिश करेगी। हालांकि, पिछले प्रदर्शन को देखें तो यह कहा जा सकता है कि जरूरी नहीं है कि 2020 में भी मेसी सफल हो जाएंगे।
मेसी ने इसी जून में अपना 32वां जन्मदिन मनाया है और 2022 में होने वाले विश्व कप तक वह 35 साल के हो जाएंगे। कतर में होने वाला विश्व कप संभवतः मेसी के लिए आखिर विश्व कप हो सकता है क्योंकि 2026 विश्व कप तक वह 39 साल के हो जाएंगे। 2014 विश्व कप में फाइनल गंवाने वाले मेसी के लिए विश्व कप हासिल कर पाना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है।
कोपा अमेरिका 2016 में हार के बाद मेसी ने इंटरनेशनल टीम से संन्यास ले लिया था, लेकिन कुछ महीनों बाद उन्होंने वापसी की। विश्व कप क्वालीफायर के छह मैचों में एक हैट्रिक सहित मेसी ने चार गोल दागे थे तो वहीं विश्व कप के चार मैचों में वह केवल एक गोल दाग सके। कोपा अमेरिका 2019 में खेले पांच मैचों में मेसी केवल एक गोल दाग सके। नेशनल टीम के साथ उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है।
अर्जेंटीना के लिए टीम चयन हमेशा विवादों के घेरे में रहता है। इटैलियन लीग सेरी-ए पर राज कर रहे युवा खिलाड़ी पाउलो डिबाला और माउरो इकार्डी को मौके ही नहीं दिए जाते हैं। आंगेल डी मारिया, सर्जियो अगुएरो और लियोनल मेसी तीनों अलग-अलग लीग्स में खेलते हैं और केवल नेशनल टीम के मैचों में के लिए इकट्ठा होते हैं। टीम में खेल रहे खिलाड़ियों में केमेस्ट्री की भारी कमी देखने को मिलती है।
खेल के इतर यदि भाग्य और दुर्भाग्य की बात करें तो शायद मेसी की किस्मत में इंटरनेशनल खिताब जीत पाना नहीं है। विश्व कप 2014 के फाइनल में एक्स्ट्रा टाइम में मारियो गोत्जे के गोल ने उन्हें फीफा विश्व कप के इतने करीब आने के बाद खिताब जीतने से रोक दिया था। मेसी कोपा अमेरिका में 2015 और 2016 में लगातार दो साल फाइनल में पहुंचने के बाद पेनल्टी शूटआउट में खिताब जीतने का मौका गंवा चुके हैं।