चैंपियन्स लीग में खेलने वाली भारत की पहली फुटबॉलर बनीं मनीषा कल्याण
भारतीय फुटबॉल के लिए एक बड़ी उपलब्धि सामने आई है। महिला फुटबॉलर मनीषा कल्याण ने इतिहास रचा है। वह UEFA चैंपियन्स लीग में खेलने वाली पहली भारतीय फुटबॉलर बनी हैं। उन्होंने साइप्रस की चैंपियन अपोलोन लेडीज के लिए बीते मंगलवार को अपना डेब्यू किया था। 20 साल की मनीषा को पिछले महीने ही इस क्लब ने साइन किया था और अब उन्होंने डेब्यू करके इतिहास बना दिया है।
डेब्यू करते ही मनीषा ने रचा इतिहास
मनीषा कल्याण ने अपने डेब्यू मैच में लताविया की टीम रिगास FS के खिलाफ खेला था। उनकी टीम ने मैच 3-0 से अपने नाम किया। भारतीय फारवर्ड को सब्सीच्यूट के तौर पर उतारा गया था। जब वह मैदान पर आई थीं तो उनकी टीम 2-0 से आगे चल रही थी। भले ही उन्होंने मैच में कोई गोल नहीं दागा, लेकिन मैदान पर उतरते ही एक बड़ी उपलब्धि उनके नाम हो गई थी।
गोकुलम केरला के लिए शानदार प्रदर्शन से चर्चा में आई थीं मनीषा
2019-20 सीजन में भारतीय क्लब गोकुलम केरला के लिए शानदार प्रदर्शन के बाद मनीषा का नाम पहली बार सुर्खियों में आया था। उन्होंने इंडियन विमेंस लीग में शानदार प्रदर्शन करके इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर का अवार्ड अपने नाम किया था। मनीषा ने गोलुकम के लिए तीन साल तक खेला और अपनी टीम को पहली बार IWL टाइटल भी जिताया था। 17-18 साल की उम्र में यह प्रदर्शन वाकई में करिश्माई था।
ब्राजील के खिलाफ गोल दागने वाली पहली भारतीय हैं मनीषा
नवंबर 2021 में मनीषा ने ब्राजील के खिलाफ फ्रेंडली मुकाबला खेला था। वह सीनियर फुटबॉल में दिग्गज ब्राजील के खिलाफ गोल करने वाली भारत की पहली फुटबॉलर बनी थीं। IWL के 2022 संस्करण में मनीषा ने 14 गोल दागे थे। हाल ही में ओमानिया FC के खिलाफ हुए फ्रेंडली मैच में मनीषा ने अपोलन लेडीज के लिए एक गोल दागा था और उनकी टीम ने मैच 4-0 से जीता था।
चैंपियन्स लीग में खेलने का सपना हर कोई देखता है- मनीषा
अपोलोन लेडीज के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के बाद मनीषा ने कहा था कि चैंपियन्स लीग ऐसा टूर्नामेंट है जिसमें खेलने का सपना हर खिलाड़ी देखता है। उन्होंने आगे कहा था, "यह मौका पाकर मैं काफी रोमांचित हूं। अपनी तरफ से मैं चैंपियन्स लीग में खेलने के लिए 100 प्रतिशत तैयार हूं। मैं अपनी टीम को अच्छा करने में सहयोग करना चाहती हूं।मैं युवा लड़कियों को कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करना चाहती हूं।"