आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहा है सचिन-कोहली के बल्ले रिपेयर कर चुका व्यक्ति
क्या है खबर?
भारत में क्रिकेट को खेल से बढ़कर चाहा जाता है और काफी ज़्यादा मशहूर इस खेल ने तमाम लोगों को आजीविका का साधन दिया है।
मुंबई के मशहूर वानखेड़े स्टेडियम के करीब खेल सामग्री की दुकान चलाने वाले अशरफ भाई भी उन्हीं लोगों में से एक हैं।
वह सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों के बल्ले भी ठीक कर चुके हैं, लेकिन फिलहाल आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं।
परिचय और काम
बल्लेबाजों के लिए काफी महत्वपूर्ण सपोर्ट स्टॉफ हैं अशरफ
भारत के कोहली और सचिन के अलावा अशरफ ने स्टीव स्मिथ, फाफ डू प्लेसी, क्रिस गेल और किरोन पोलार्ड जैसे बल्लेबाजों के बल्ले भी रिपेयर किये हैं।
कई तरीकों से वह बल्लेबाजों के लिए काफी महत्वपूर्ण सपोर्ट स्टॉफ साबित हुए हैं।
वह टूटे बल्लों को जोड़ने, फिर से उन्हें बनाना, बल्ले का वजन कम करने के लिए उसमें से लकड़ी निकालने या फिर बल्लेबाज की सुविधा के लिए हैंडल को पतला करने की कला में माहिर हैं।
परेशानी
लॉकडाउन के बाद से लगातार बढ़ रही है अशरफ की परेशानी
1920 से ही अशरफ का परिवार एक छोटी सी दुकान चलाता है, लेकिन लॉकडाउन के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। दुकान के सारे कर्मचारी अपने-अपने घर चले गए हैं।
दो महीने पहले ही अशरफ के बड़े भाई का निधन हो गया और यह उनके लिए पहला झटका था।
पिछले कुछ हफ्तों से वह खुद किडनी में पथरी और अन्य समस्या का सामना कर रहे हैं और फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं।
फंड
अशरफ के इलाज के लिए फंड जुटाने की हो रही कोशिश
पिछले 15 सालों से अशरफ को जानने वाले प्रशांत जेठमलानी उनकी सहायता कर रहे हैं और उनके इलाज के लिए फंड जुटाने की कोशिश में लगे हैं।
उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "उनकी स्थिति अच्छी नहीं है। लॉकडाउन के कारण उनके बिजनेस को बड़ी चोट पहुंची है क्योंकि शहर में क्रिकेट पर एकदम रोक लग गई है। उनके पास पैसे नहीं हैं। उनके पास जो भी कुछ था सब खत्म हो गया है।"
गुजारिश
क्रिकेटर्स को आना चाहिए अशरफ की मदद को आगे
प्रशांत ने आगे बताया, "फिलहाल कोई बल्ले की मांग नहीं कर रहा है और IPL के विदेश में होने के कारण अशरफ को कोई काम नहीं मिलने वाला है। दुख की बात यह है कि कई खिलाड़ी उनका पैसा बाकी हैं, लेकिन किसी ने उन्हें पैसे दिए नहीं हैं। आज तक अशरफ मे पैसों की मांग भी नहीं की है।"
क्रिकेटर्स के लिए काफी कुछ करने वाले अशरफ की मदद के लिए क्रिकेटर्स को आगे आना चाहिए।