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नेपाल में जन्में जीतू विश्व में ऊंचा कर रहे भारत का नाम, अब मिलेगा पद्मश्री

नेपाल में जन्में जीतू विश्व में ऊंचा कर रहे भारत का नाम, अब मिलेगा पद्मश्री

लेखन Neeraj Pandey
Feb 03, 2020
03:13 pm

क्या है खबर?

वर्तमान समय में भारत की शूटिंग में पदकों की बात करें तो जीतू राय का नाम जरूर लिया जाता है। जीतू ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और 10 मीटर एयर पिस्टल के अलावा 50 मीटर पिस्टल इवेंट में तमाम पदक जीते हैं। हाल ही में भारत सरकार ने जीतू को पद्मश्री से सम्मानित करने का फैसला लिया है। आइए जानते हैं कैसे नेपाल में जन्में जीतू आज भारत का झंडा विश्व में लहरा रहे हैं।

जन्म

नेपाल में हुआ था जीतू का जन्म

26 अगस्त, 1987 को जीतू का जन्म नेपाल के संखुवाशभा जिले में हुआ था। वह पांच भाई-बहनों में चौथे नंबर पर पैदा हुए थे। जीतू के पिता भारतीय सेना में नौकरी करते थे और इसी कारण वह परिवार को नेपाल में छोड़कर भारत चले आए थे। 2006 में पिता की मौत हो जाने के बाद जीतू ने भी सेना में शामिल होने का निर्णय लिया और उनका चयन 11 गोरखा राइफल्स में हुआ।

क्या आप जानते हैं?

ब्रिटिश सेना में जाना चाहते थे जीतू

जीतू का सपना था कि वह ब्रिटिश सेना में शामिल हों, लेकिन उसके रजिस्ट्रेशन से पहले उन्होंने भारतीय सेना में रजिस्ट्रेशन कराया। जीतू का चयन भारतीय सेना में हो गया और 2006 में उन्होंने लखनऊ में नौकरी शुरु की।

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असफलता

शुरुआत में रिजेक्ट कर दिए गए थे जीतू

जीतू को शूटिंग में खास दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन उनके अचूक निशाने को देखते हुए उन्हें मऊ के आर्मी मार्कमेन यूनिट भेजा गया। वहां उन्हें राइफल थमाई गई, लेकिन दो साल तक वह लगातार फेल हुए और फिर उन्हें वापस लखनऊ भेज दिया गया। घरेलू प्रतियोगिताओं में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद लोगों का ध्यान उनकी तरफ वापस आया और फिर उन्होंने दोबारा मुड़कर पीछे नहीं देखा।

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उद्देश्य

प्रमोशन हासिल करने के लिए शूटिंग करते थे जीतू

जीतू को निशानेबाजी खास पसंद नहीं थी, लेकिन मऊ में रिजेक्ट होने के बाद उन्होंने इसे अपना जुनून बना लिया। वह राज्यवर्धन सिंह राठौर, अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग के बारे में तो जानते थे, लेकिन उनकी उपलब्धियों के बारे में उन्हें खास अंदाजा नहीं था। उन्हें यह पता था कि खेल वालों को आर्मी में जल्दी प्रमोशन मिलता है और इसी कारण वह लगातार शूटिंग कर रहे थे।

2013

2013 से बदली जीतू की जिंदगी और शूटिंग का लक्ष्य

2013 में जीतू ने पहली बार इंटरनेशनल इवेंट में हिस्सा लिया। ग्लास्गो में हुए 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में जीतू ने 50 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता। उसी साल साउथ कोरिया में हुए एशियन गेम्स में भी जीतू ने भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। 2014 में इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन के विश्व कप में जीतू ने 10 मीटर एयर पिस्टल में सिल्वर मेडल जीता। उसी साल उन्होंने मारीबोर में हुई प्रतियोगिता में सिल्वर और गोल्ड जीता।

करियर

तीसरेे नंबर पर हैं पद्मश्री हासिल कर चुके जीतू

अपने करियर में कुल 13 पदक जीत चुके 37 वर्षीय जीतू वर्तमान समय में 10 मीटर एयर पिस्टल में तीसरे और 50 मीटर एयर पिस्टल में चौथे रैंक पर हैं। 2014 में शानदार प्रदर्शन के बाद 2015 में उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। दो साल बाद 2016 में उन्हें राजीव गांधी खेलरत्न दिया गया। 2015 में CNN-IBN ने उन्हें खेल के क्षेत्र का 'इंडियन ऑफ द ईयर' चुना था।

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