
मुश्किल में फंसे शोएब अख्तर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के कानूनी सलाहकार ने किया मानहानि का दावा
क्या है खबर?
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने हाल ही में उमर अकमल पर एंटी करप्शन कोड़ तोड़ने के लिए तीन साल का बैन लगाया है।
पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने अपने यूट्यब पर चैनल पर अकमल को लेकर एक वीडियो बनाई जिसमें उन्होंने PCB के कानूनी सलाहकार तफज्जुल रिज़वी को निशाने पर लिया।
अब रिज़वी ने अख्तर के खिलाफ आपराधिक शिकायत के साथ ही मानहानि का दावा भी ठोका है।
शिकायत
रिज़वी ने अख्तर के खिलाफ की है कई शिकायतें
रिज़वी ने साफ किया है कि उन्होंने अख्ततर के खिलाफ आपराधिक शिकायत के अलावा मानहानि का दावा भी किया है। उन्होंने संघीय जांच समिति के पास साइबर अपराध के नियमों के तहत जांच करने की शिकायत भी दर्ज की है।
पाकिस्तान बार काउंसिल ने भी कहा कि वे अख्तर के व्यवहार से निराश हैं और उन्हें रिज़वी जैसे सीनियर व्यक्ति के लिए अपमानजनक बातें नहीं कहनी चाहिए थीं।
मामला
अख्तर ने रिज़वी को कही थीं काफी अपमानजनक बातें
अख्तर ने अपने यूट्यूब वीडियो में कहा था कि PCB का लीगल डिपार्टमेंट काफी नालायक और गिरा हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, "खास तौर से मैं कहना चाहूंगा कि फजल रिज़वी काफी नालायक है, लेकिन उसकी पहचान अच्छी है तो वो कहीं से भी आ जाता है और 15 सालों से बोर्ड के साथ लगा है। ऐसा कोई केस नहीं रहा है जिसमें वह हारा नहीं है। वह मुझसे भी एक केस हारा है।"
PCB
PCB ने जताई अख्तर की भाषा पर आपत्ति
PCB ने भी अपने बयान में कहा कि वे पब्लिक प्लेटफॉर्म पर लीगल डिपार्टमेंट और उनके कानूनी सलाहकार के लिए अख्तर द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों से आहत हैं।
उन्होंने अपने बयान में कहा, "अख्तर द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा काफी गलत और अपमानजनक थी और इसे किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। PCB के कानूनी सलाहकार मिस्टर रिज़वी ने इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं।"
उमर अकमल
अकमल के बैन को लेकर अख्तर ने PCB पर भी किया प्रहार
अख्तर ने अपने वीडियो में यह भी कहा कि अकमल ने फिक्सिंग की नहीं थी और केवल देर से बोर्ड को जानकारी देने के लिए उन्हें तीन साल के लिए बैन कर दिया गया।
उन्होंने बोर्ड से यह भी पूछा कि आखिर क्यों सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर के लिए बोर्ड के नियम अलग-अलग हैं।
अख्तर ने बोर्ड पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उनके समर्थन का ही नतीजा है कि फिक्सिंग रुक नहीं रही है।