कुलदीप यादव बनाम अक्षर पटेल: टेस्ट क्रिकेट में कैसे हैं दोनों के तुलनात्मक आंकड़े?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ खेली जाने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने को लेकर कुलदीप यादव और अक्षर पटेल के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। रविंद्र जडेजा फीट हो गए हैं और वह रविचंद्रन अश्विन के बाद दूसरे स्पिनर होंगे। ऐसे में तीसरे स्पिनर के लिए अक्षर और कुलदीप में मुकाबला होगा। दोनों का प्रदर्शन हाल के दिनों में शानदार रहा है। आइए उनके आंकड़ों की तुलना करते हैं।
कैसा रहा है अक्षर का टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन?
अक्षर का टेस्ट क्रिकेट में अब तक प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने आठ मैच खेले हैं और 14.29 की शानदार औसत से 47 विकेट लिए हैं। उन्होंने पांच बार 5 विकेट और दो बार 4 विकेट लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/38 विकेट रहा है। उन्होंने एक टेस्ट में एक बार 10 विकेट भी लिए हैं। अक्षर का बल्लेबाजी में औसत 22.63 का है और उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से 249 रन भी बनाए हैं।
कैसा रहा है कुलदीप का टेस्ट करियर?
कुलदीप ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए आठ टेस्ट मैच खेले हैं और 21.55 की औसत से 34 विकेट लिए हैं। उन्होंने तीन बार 5 विकेट और दो बार 4 विकेट लिए हैं। उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 40 रन देकर पांच विकेट है। उन्होंने अपना पहला टेस्ट 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। वह टेस्ट में नियमित तौर पर टीम का हिस्सा नहीं रहे हैं। 13 फरवरी 2021 के बाद 14 दिसंबर 2022 को उन्हें खेलने का मौका मिला था।
कुलदीप का भारत में प्रदर्शन
कुलदीप ने भारत में चार टेस्ट मैच खेले हैं और 23.81 की औसत से 16 विकेट लिए हैं। उन्होंने एक बार 5 विकेट लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने दो टेस्ट मैच खेले हैं और 21.11 की औसत से 9 विकेट लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 99 रन देकर 5 विकेट है। एशिया में इस खिलाड़ी ने छह टेस्ट मैच खेले हैं और 20.34 की औसत से 29 विकेट अपने नाम किए हैं।
अक्षर का भारत में प्रदर्शन
अक्षर ने छह टेस्ट मैच में 12.43 की औसत से 39 विकेट लिए हैं। उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 38 रन देकर 6 विकेट है। वह पांच बार भारत में 5 विकेट ले चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह एक भी टेस्ट मैच नहीं खेले हैं। एशिया में उन्होंने आठ टेस्ट मैच खेले हैं और 14.29 की औसत से 47 विकेट अपने नाम किए हैं। वह गेंद के अलावा बल्ले से भी टीम में योगदान देने में सक्षम हैं।