जानें कौन हैं टी-20 में हैट्रिक लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज मोहम्मद हसनैन
क्या है खबर?
गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए पहले टी-20 मैच में श्रीलंका ने पाकिस्तान को 64 रनों से हारकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।
हार के बावजूद पाकिस्तान को एक नया सितारा मिला है।
19 वर्षीय मोहम्मद हसनैन ने पाकिस्तान के लिए हैट्रिक हासिल की, लेकिन फिर भी अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।
आइए जानते हैं इस गेंदबाज के बारे में सारी अहम बातें।
हैट्रिक
टी-20 में सबसे युवा हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज बने हसनैन
अपना केवल दूसरा टी-20 खेल रहे उभरते हुए तेज गेंदबाज ने हैट्रिक हासिल की और मैच में कुल 37 रन देकर तीन विकेट हासिल किए।
हसनैन ने भानुका राजपक्षे (32), दसुन शनाका (17) और शेहान जयसूर्या (2) को लगातार गेंदों पर आउट करके यह उपलब्धि हासिल की।
19 साल 183 दिन के हसनैन टी-20 में सबसे कम उम्र में हैट्रिक हासिल करने वाले गेंदबाज बन गए हैं और साथ ही टी-20 हैट्रिक लेने वाले दूसरे पाकिस्तानी गेंदबाज हैं।
प्रभाव
पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान हसनैन ने किया प्रभावित
पाकिस्तान की 2019 विश्व कप टीम में शामिल रहने वाले हसनैन ने पिछले साल फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया था और पाकिस्तान टेलीविजन के लिए कैद-ए-आजम ट्रॉफी में हिस्सा लिया था।
उन्होंने पाकिस्तान सुपर लीग में अच्छी पेस के साथ गेंदबाजी करते हुए 12 विकेट हासिल किए और अपना नाम बनाया।
लगातार 140 किमी से तेज गति के साथ गेंदबाजी करके उन्होंने सबको प्रभावित किया।
24 मार्च को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में उन्होंने इंटरनेशनल डेब्यू किया।
सफर
कैसा रहा PSL तक का सफर
हसनैन पाकिस्तान के हैदराबाद से आने वाले पहले तेज गेंदबाज हैं।
बड़ा होने के दौरान वह टेप-बॉल क्रिकेट खेलते थे।
उन्होंने पाकिस्तान के लिए अंडर-16 और अंडर-19 क्रिकेट खेला था और फिर 2019 में उन्हें पाकिस्तान सुपर लीग की टीम क्वेटा ग्लेडिएटर्स ने रिप्लेसमेंट के तौर पर साइन किया।
उन्होंने मौके का फायदा उठाते हुए प्रभावी प्रदर्शन किया। टाइटल जीतने वाली टीम के लिए उन्होंने सबसे तेज 151 किमी रफ्तार की गेंद फेंकी।
जानकारी
PSL फाइनल में मैन ऑफ द मैच बनने वाले पहले पाकिस्तानी खिलाड़ी
हसनैन ने PSL फाइनल के लिए अपना बेस्ट बचाकर रखा था। पेशावर जाल्मी के खिलाफ फाइनल में उन्होंने 30 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। टूर्नामेंट के चार साल के इतिहास में फाइनल में मैन ऑफ द मैच जीतने वाले वह पहले पाकिस्तानी खिलाड़ी हैं।