मार्क चैपमैन को मिला न्यूजीलैंड क्रिकेट का पहला सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
क्या है खबर?
न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के बल्लेबाज मार्क चैपमैन को सोमवार को पहली बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह मिल गई।
न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) की ओर से जारी बयान में इस बात की पुष्टि हुई है।
चैपमैन पिछले दो वर्षों से अपने देश के लिए व्हाइट बॉल क्रिकेट में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरे हैं।
पिछले महीने मार्टिन गुप्टिल के रिक्त स्थान को भरते हुए सूची में चैपमैन को जगह दी गई है।
आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला।
बयान
वह एक अच्छा खिलाड़ी है- स्टीड
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कोच गैरी स्टीड ने चैपमैन को लेकर अहम बयान दिया है।
स्टीड ने कहा, "लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मार्क को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट सूची में शामिल करके हमें खुशी हो रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "वह एक अच्छा खिलाड़ी है और बहुमुखी प्रतिभा का धनी है। वह अपनी बल्लेबाजी में नवीनता लाना पसंद करता है। हम उसे भविष्य की ब्लैक कैप्स टीम का एक बड़ा हिस्सा बनते हुए देखना चाहते हैं।"
आंकड़े
ऐसा रहा है चैपमैन का क्रिकेट करियर
साल 2014 में नेपाल के खिलाफ मैच से टी-20 अंतरराष्ट्रीय में डेब्यू करने वाले चैपमैन ने अब तक इस फॉर्मेट के 41 मैच खेले हैं।
24.16 की औसत और 124.88 की स्ट्राइक रेट से उन्होंने 773 रन बनाए हैं। उनके नाम तीन अर्धशतक भी दर्ज हैं।
28 साल के चैपमैन ने अपने वनडे करियर में अब तक सात मैच खेले हैं।
उन्होंने 52.04 की औसत और 124 के उच्चतम स्कोर और दो शतकों के साथ कुल 262 रन बनाए हैं।
जानकारी
बोल्ट और नीशम ठुकरा चुके हैं सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने इसी साल अगस्त में टी-20 लीग में हिस्सा लेने के चलते सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने का विकल्प चुना था।
ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोमे ने भी इसी तरह बिग बैश लीग (BBL) फ्रेंचाइजी की टीम एडिलेड स्ट्राइकर्स (AS) के साथ अनुबंध करने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
दूसरी ओर जेम्स नीशम ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को ठुकरा दिया था, जबकि गुप्टिल को कॉन्ट्रैक्ट से रिलीज किया गया था।
चलन
क्रिकेट में तेजी से बढ़ रहा है 'फ्रीलांस एजेंट' का चलन
टी-20 क्रिकेट लीग्स की लोकप्रियता बढ़ने के साथ-साथ क्रिकेट में 'फ्रीलांस एजेंट' का चलन भी बढ़ रहा है।
'फ्रीलांस एजेंट वे खिलाड़ी होते हैं जो राष्ट्रीय टीम से अनुबंधित नहीं होते और कहीं भी खेल सकते हैं।
हाल में हुए एक सर्वे के अनुसार, 82 प्रतिशत खिलाड़ी किसी एक कॉन्ट्रैक्ट में बंधे हुए नहीं रहना चाहते। वे एक साथ कमाई के विभिन्न स्त्रोत चाहते हैं।
49 प्रतिशत खिलाड़ी तो ज्यादा पैसा मिलने पर सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट छोड़ने तक तैयार हैं।