BWF विश्व चैंपियनशिप: फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने श्रीकांत
बीती रात खेले गए BWF विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में अपने हमवतन लक्ष्य सेन को हराते हुए किदांबी श्रीकांत ने फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। मुकाबला काफी कड़ा रहा और तीन सेट तक चले मैच में श्रीकांत ने जीत हासिल की। इसके साथ ही वह इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाले पहले सिंगल्स भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। अब उनके पास प्रतियोगिता का स्वर्ण जीतने वाला पहला पुरुष भारतीय बनने का मौका होगा।
पहला सेट हार गए थे श्रीकांत
पहले सेट में मुकाबला काफी करीबी रहा और ब्रेक होने तक लक्ष्य 11-8 से आगे हो गए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी बढ़त बनाए रखी और स्कोर 15-11 कर लिया था। हालांकि, श्रीकांत ने वापसी करते हुए स्कोर 16-16 कर लिया था। इसके बाद श्रीकांत ने गलती की और लक्ष्य को इसका फायदा तीन प्वाइंट्स के रूप में मिला। 21-17 से लक्ष्य ने पहला सेट अपने नाम किया।
पिछड़ने के बाद श्रीकांत ने जीता था दूसरा सेट
पहला सेट जीतने के बाद दूसरे सेट में भी लक्ष्य 8-4 से आगे चल रहे थे, लेकिन फिर श्रीकांत ने अपने खेल में गजब का सुधार दिखाया। ब्रेक होने तक उन्होंने आठ में सात प्वाइंट जीतकर 11-9 से बढ़त ले ली थी। श्रीकांत ने 23 में से 17 प्वाइंट हासिल किए और दूसरे सेट में लक्ष्य को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। 21-14 से श्रीकांत ने दूसरा सेट जीता और मैच को तीसरे सेट में ले गए।
तीसरे सेट में काम आया श्रीकांत का अनुभव
तीसरे सेट में दोनों खिलाड़ी जमकर खेल रहे थे और चौथा प्वाइंट हासिल करने के लिए श्रीकांत को 50 शॉट की रैली तोड़नी पड़ी थी। इस सेट में श्रीकांत ने तीन प्वाइंट से पिछड़ने के बाद कई बार वापसी की। श्रीकांत ने अंत में अपने अनुभव का फायदा उठाया और लक्ष्य को गलती करने पर मजबूर करते हुए 21-17 से तीसरा सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत प्रतियोगिता का पुरुष सिंगल्स फाइनल खेलने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी होंगे। 1983 में प्रकाश पादुकोण और 2019 में साई प्रानीथ सेमीफाइनल में ही हार गए थे।
ऐसे होंगे पुरुष और महिला फाइनल
फाइनल में श्रीकांत का सामना सिंगापुर के लोह कीन येव के साथ होगा जिन्होंने डेनमार्क के आंद्रेस एंटोसेन को 23-21, 21-14 से दूसरे सेमीफाइनल में हराया है। विश्व की नंबर एक महिला खिलाड़ी ताई जू यिंग प्रतियोगिता में पहली बार फाइनल में पहुंची हैं। उन्होंने सेमीफाइनल में हे बिंग जियाओ को 21-17, 13-21, 21-14 से हराया। अब फाइनल में उनका सामना जापान की दिग्गज अकाने यामागुची से होगा।