भारत बनाम साउथ अफ्रीका: पहले टेस्ट से भारत को सीखने चाहिए ये सबक
भारत ने दक्षिण अफ्रीका को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ के पहले टेस्ट मैच में 203 रनों के विशाल अंतर से हरा दिया है। इसके साथ ही भारत ने सीरीज़ में 1-0 की बढ़त भी बना ली है। भारत ने दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के सामने 395 रनों का लक्ष्य रखा था। जिसके जवाब में अफ्रीकी टीम आखिरी दिन सिर्फ 191 रनों पर ही सिमट गई। आइये जानते हैं कि भारत को इस टेस्ट से क्या सबक सीखने चाहिए।
अश्विन किसी भी पिच पर निकाल सकते हैं विकेट, अब नज़रअंदाज मत करना
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को कप्तान कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दोनों टेस्ट में अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया था। हालांकि, इसके बाद कोहली को क्रिकेट पंडितो और पूर्व क्रिकेटरों से आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस मैच में अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया और उन्होंने पहली पारी में शानदार सात विकेट लिए। दूसरी पारी में भी अश्विन को एक सफलता मिली। टेस्ट में अश्विन का यह 27वां फाइफर था।
रोहित शर्मा तीनों फॉर्मेट में हैं भारत के बेस्ट ओपनर
सीमित ओवर की क्रिकेट में दुनिया के सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा का टेस्ट में बतौर ओपनर यह पहला मैच था। इस टेस्ट से पहले क्रिकेट जगत में यह चर्चा था कि क्या रोहित टेस्ट में बतौर ओपनर सफल होंगे। रोहित ने अपनी बल्लेबाज़ी से इसका माकूल जवाब दिया है। इस टेस्ट की पहली पारी में रोहित ने 176 और दूसरी पारी में 127 रन बनाए। रोहित ने साबित कर दिया कि वह तीनों फॉर्मेट में बेस्ट ओपनर हैं।
'सर' जडेजा हैं भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर
मौजूदा वक्त में लाल गेंद की क्रिकेट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में शुमार किए जाने वाले रविंद्र जडेजा ने अपने प्रदर्शन से एक बार फिर साबित कर दिया कि वह भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। जडेजा ने इस मैच की पहली पारी में जहां नाबाद 30 रन और दो विकेट लिए, वहीं दूसरी पारी में ताबड़तोड़ 40 रन और चार विकेट अपने नाम किए। जडेजा बेहतरीन बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ के साथ-साथ शानदार फील्डर भी हैं।
इस तरह भारत को मिली जीत
भारत ने पहले खेलते हुए पहली पारी में 502 रन बनाकर पारी घोषित की। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 431 रनों पर समेट कर 71 रनों की बढ़त हासिल की। इसके बाद भारत ने अपनी दूसरी पारी में 323 रनों पर घोषित कर अफ्रीका के सामने 395 रनों का लक्ष्य रखा। पांचवें दिन भारत को मैच जीतने के लिए 9 विकेट लेने थे और भारत ने दो सेशन में ही अफ्रीका को 191 रनों पर समेट दिया।