
न्यूजीलैंड बनाम भारत, पहला टेस्ट: तीसरे दिन की सभी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
वेलिंग्टन में चल रहे पहले टेस्ट में भारतीय टीम मुश्किल में दिखाई दे रही है।
226/7 के स्कोर के बावजूद न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 348 रन बनाए और पहली पारी में अच्छी बढ़त हासिल की।
दूसरी पारी में भारत ने 144 के स्कोर पर चार विकेट गंवा दिए हैं और अभी भी न्यूजीलैंड से 44 रन पीछे हैं।
ट्रेंट बोल्ट ने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया और तीन विकेट अपने नाम किए।
जानें तीसरे दिन की महत्वपूर्ण बातें।
लेखा-जोखा
इस प्रकार का रहा तीसरा दिन
भारत ने दिन की शुरुआत में दो विकेट लेकर काफी अच्छी शुरुआत की।
हालांकि, कॉलिन डी ग्रैंडहोम (43) और काइल जेमिसन (44) ने आठवें विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की।
310/9 के स्कोर पर भारत ने ग्रैंडहोम का विकेट अपने नाम किया, लेकिन ट्रेंट बोल्ट (34) ने अच्छी पारी खेलते हुए 348 का स्कोर खड़ा किया।
जवाब में मयंक अग्रवाल ने अर्धशतक लगाया, लेकिन किवी टीम को चार विकेट मिल गए।
प्लानिंग
भारतीय गेंदबाजों की प्लानिंग रही खराब
हाल ही में न्यूजीलैंड के ऑस्ट्रेलिया दौरा पर ग्रैंडहोम को शार्ट गेंदों को खेलने में काफी दिक्कत हुई थी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों नें उन्हें फुल लेंथ पर गेंदबाजी की।
फुल लेंथ की गेंदों पर ग्रैंडहोम ने आसानी के साथ बल्लेबाजी की।
इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने लंबे कद के जेमिसन को शार्ट लेंथ पर गेंदबाजी किया और उन्होंने इसका खूब फायदा लेते हुए 44 रन बनाए।
बोल्ट ने भी क्रीज पर आने के बाद तेजी के साथ बल्लेबाजी की।
गेंदबाजी
न्यूजीलैंड की गेंदबाजी रही सटीक
न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ अपनी प्लानिंग को सही तरीके से इस्तेमाल में लाया। मेज़बान टीम के गेंदबाजों का प्लान एकदम सफल भी रहा।
उन्होंने विराट कोहली को ऑफ स्टंप की लाइन और शार्ट गेंदों के साथ टार्गेट पर लिया।
शार्ट गेंद पर आउट होने से पहले कोहली ने अच्छी बल्लेबाजी की थी। मयंक अग्रवाल को भी फुल लेंथ की गेंद ने ही अपना शिकार बनाया।
पॉजिटिव
ईशांत और मयंक रहे भारत के लिए पॉजिटिव
पहली पारी में 34 रन बनाने के बाद मयंक ने दूसरी पारी में भी अच्छी बल्लेबाजी की।
दूसरी पारी में उन्होंने 99 गेंदों में 58 रनों की पारी खेली और काफी सकारात्मक दिखे।
हालांकि, काफी कठिन कार्य करने के बाद वह जिस प्रकार आउट हुए उससे बिल्कुल संतुष्ट नहीं होंगे।
ईशांत शर्मा ने 68 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए। उन्होंने भारतीय गेंदबाजी की अगुवाई शानदार तरीके से की।