जो रूट के खिलाफ ज़्यादा आक्रामक होना रबाडा को पड़ा भारी, लगा एक टेस्ट का बैन
क्या है खबर?
दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच पोर्ट एलिजाबेथ में तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा हैं जिसमें इंग्लैंड ने मजबूक शुरुआत की है।
इंग्लैंड के मजबूत शुरुआत के अलावा दक्षिण अफ्रीका के लिए मैच में एक और बुरी खबर आई है।
दरअसल उनके मुख्य तेज गेंदबाज कगीसो रबाडा को एक टेस्ट मैच के लिए बैन किया गया है।
रबाडा सीरीज़ के अंतिम टेस्ट में नहीं खेल सकेंगे। आइए जानते हैं रबाडा को क्यों बैन किया गया।
मामला
रबाडा ने भुगता काफी ज़्यादा आक्रामक होने का खामियाजा
तीसरे टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का ऑफ स्टंप हवा में उड़ाने के बाद रबाडा ने काफी तेज दहाड़ लगाई थी।
रबाडा ने भले ही रूट को जाने से नहीं रोका, लेकिन इंग्लिश कप्तान के काफी ज़्यादा करीब पहुंच गए थे।
इस मामले को देखने के बाद रबाडा की मैच फीस से 15 प्रतिशत की कटौती की गई और उन्हें एक डिमेरिट प्वाइंट भी दिया गया।
जानकारी
पहले के प्वाइंट्स के कारण लगा एक मैच का बैन
इस मैच में आने से पहले ही रबाडा के नाम तीन डिमेरिट प्वाइंट थे और इस एक प्वाइंट को मिलाकर उनके नाम कुल चार डिमेरिट प्वाइंट हो गए हैं। यही कारण है कि उन पर एक टेस्ट मैच का प्रतिबंध लग गया है।
दूसरा मामला
2018 में भी ऐसे ही मामले में फंसे थे रबाडा
मार्च 2018 में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के खिलाफ भी रबाडा ऐसे ही मामले में फंसे थे।
रबाडा ने स्मिथ को आउट करने के बाद काफी आक्रमकता दिखाई थी और उन्हें जाने से रोका था।
इसके बाद उनके मामले के खिलाफ अपील की गई थी और उसके बाद ही आठ डिमेरिट प्वाइंट्स को घटाकर उन्हें तीन डिमेरिट प्वाइंट्स दिए गए थे।
आठ डिमेरिट प्वाइंट मिलते तो रबाडा पर दो टेस्ट मैच का बैन लगता।
जानकारी
इस बार नहीं की जा सकती है अपील
रबाडा ने इस बार लेवल-1 के नियम तोड़े हैं और लेवल-1 के अपराध के खिलाफ अपील नहीं की जा सकती है। दिन के खेल के बाद रबाडा ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया था।
रिकॉर्ड
500 अवे टेस्ट खेलने वाला पहला देश बना इंग्लैंड
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड 500 अवे टेस्ट खेलने वाला पहला देश बन गया है।
15 मार्च, 1877 को इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में अपना पहला अवे टेस्ट खेला था और यह उनका पहला ऑफिशियल टेस्ट मैच भी था।
500 अवे टेस्ट में से इंग्लैैंड ने 149 जीते हैं और 182 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
ऑस्ट्रेलिया (404) दूसरी सबसे ज़्यादा अवे टेस्ट खेलने वाली टीम है।