2004 में पाकिस्तान दौरे पर नहीं जाना चाहते थे इरफान पठान, बताई यह वजह
पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने भारत के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्होंने अपनी स्विंग गेंदबाजी से काफी जल्दी नाम कमाया था। टेस्ट क्रिकेट के पहले ओवर में हैट्रिक लेने वाले पहले और इकलौते गेंदबाज इरफान ने 2004 में पाकिस्तान दौरे पर खूब कहर ढाया था। हालांकि, इरफान ने अब खुलासा किया है कि वह उस दौरे पर जाना ही नहीं चाहते थे। आइए जानते हैं इसका कारण।
मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेलना चाहते थे इरफान
19 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया में अपना डेब्यू कर चुके इरफान 2004 पाकिस्तान दौरे पर नहीं जाना चाहते थे। उन्होंने सुरेश रैना के साथ इंस्टाग्राम लाइव वीडियो में कहा, "मैं उस दौरे पर नहीं जाना चाहता था। मुंबई के खिलाफ बड़ौदा का एक रणजी मैच होने वाला था। मैंने शेट्टी सर को बोल दिया कि मुंबई के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया तो मैं ज़्यादा लोगों को प्रभावित कर पाउंगा।"
शेट्टी सर ने पाकिस्तान जाने का दिया सुझाव- इरफान
इरफान ने 2003 में अंडर-19 मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ लाहौर में एक ही मैच में नौ विकेट हासिल किए थे। उस मैच में इरफान ने दो बार हैट्रिक हासिल की थी और यही उदाहरण देते हुए उनके कोच ने उन्हें वहां जाने के लिए प्रेरित किया। इरफान ने आगे बताया, "मैं दौरे पर काफी निराशा के साथ गया था, लेकिन यह नहीं जानता था कि मेरा भाग्य बदलने वाला है।"
ऐसा रहा था भारत और पठान का प्रदर्शन
पांच मैचों की वनडे सीरीज़ में भारत ने 3-2 और तीन मैचों की वनडे सीरीज़ 2-1 से अपने नाम की थी। भारत पहली बार पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज़ जीतने में सफल रहा था। पठान को केवल तीन वनडे मैच खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने आठ विकेट लिए और पूरी सीरीज़ में सबसे कम इकॉनमी (4.76) के साथ गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज रहे। तीन टेस्ट में पठान ने 12 विकेट लिए थे।
इसी साल इरफान ने कहा है क्रिकेट को अलविदा
इसी साल जनवरी में क्रिकेट को अलविदा कहने वाले इरफान ने 29 टेस्ट मैचों में 1,105 रन और 100 विकेट अपने नाम किए हैं। 120 वनडे मैचों में इरफान ने 1,544 रन और 173 विकेट अपने नाम किए हैं। 24 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में इरफान ने 172 रन और 28 विकेट लिए हैं। 2012 में आखिरी बार भारत के लिए खेलने वाले 35 वर्षीय इरफान जम्मू-कश्मीर की टीम के कोच के रूप में दिखाई दे चुके हैं।