IPL टीमों का नया मॉडल, करोड़ों रुपये देकर पूरे साल खिलाड़ियों को अपने साथ रखेंगे
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग है। यहां खिलाड़ी क्रिकेट बोर्ड से भी ज्यादा पैसा कमाते हैं। IPL की कई फ्रेंचाइजी दूसरे देशों में खेली जा रही लीग में भी टीम खरीद चुकी हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, IPL की टीमें इंग्लैंड के 6 खिलाड़ियों को हर साल लगभग 51 करोड़ रुपये देने को राजी हैं। इसके लिए उन्हें पूरे साल के लिए उस फ्रेंचाइजी से जुड़े रहना होगा।
आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
मामला
क्या है पूरा मामला?
फ्रेंचाइजी एक टीम के खिलाड़ियों की सैलरी पर 1 साल में 95 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है। अब वह सिर्फ 1 टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों के साथ अनुबंध नहीं करेगी, बल्कि पूरे साल अपने साथ जोड़ना चाहती है।
ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी टीमें अन्य लीग में भी उतर सके।
जैसा कि हमने आपको बताया इंग्लैंड के 6 खिलाड़ियों को ऐसे ऑफर दिए गए हैं। उन्हें इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की राशि से 5 गुना ज्यादा पैसा दिया जाएगा।
बयान
इन देशों के खिलाड़ियों से हुई है बातचीत
फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेट एसोसिएशन (FICA) के कार्यकारी अध्यक्ष हीथ मिल्स ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, "ये बातचीत केवल इंग्लैंड में नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम से भी हुई है। कई टूर्नामेंट में खेलने के लिए उपलब्ध होने के बारे में कुछ फ्रेंचाइजी और खिलाड़ियों के बीच अनौपचारिक बात हुई है। इससे खिलाड़ियों के पास भविष्य में कई विकल्प मौजूद होंगे।"
ये खिलाड़ी दुनिया की 5 लीग में खेल सकते हैं।
संभव
कैसे होगा यह संभव?
मिल्स ने आगे कहा, "आपको ऐसा शेड्यूल बनाना होगा जहां खिलाड़ी टी-20 लीग होने पर कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट न खेलने के लिए सहमत हों। सभी को थोड़ा समझौता करने की आवश्यकता होगी, लेकिन यह संभव है।"
IPL की फ्रेंचाइजी भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, UAE और अमेरिका में टी-20 क्रिकेट लीग के लिए टीमें खरीद चुकी है।
अभी किसी खिलाड़ी को IPL में खेलने के लिए NOC लेने की आवश्यकता होती है।
बोर्ड
खिलाड़ियों को 7 महीने तक फ्रेंचाइजी से जुड़ना होगा
IPL टीमें 1 खिलाड़ी को 5 टूर्नामेंट के लिए अपने साथ जोड़ सकती है। उन्हें साल में लगभग 7 महीने फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ना होगा।
IPL आने वाले दिनों में और बड़ा होने जा रहा है। ये 10 सप्ताह तक खेला जाएगा।
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड गोल्ड ने कहा था, "हम ग्लोबल टूर्नामेंट के कारण काफी चिंतित हैं। कुछ खिलाड़ियों को लंबा कॉन्ट्रैक्ट तो मिलेगा ही साथ ही उनकी फीस में भी बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।"